मनिहारी प्रखंड के मेदनीपुर कन्या प्राथमिक विद्यालय में दो क्षतिग्रस्त कमरों को तोड़ने के लिए जारी टेंडर प्रक्रिया पर गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं। स्थानीय निवासी शेख शकील ने आरोप लगाया है कि विद्यालय प्रशासन ने टेंडर प्रक्रिया में अनियमितता बरती और उनके आवेदन को जानबूझकर दरकिनार किया। शेख शकील ने दावा किया कि उन्होंने ₹51,000 की सबसे ऊंची बोली लगाई थी, जबकि टेंडर ₹27,000 की बोली पर समाप्त कर दिया गया। उन्होंने प्रधानाध्यापक और विद्यालय अध्यक्ष पर मिलीभगत का आरोप लगाया।
हालांकि, विद्यालय शिक्षा समिति के अध्यक्ष असलम अली ने शेख शकील के आरोपों को पूरी तरह से खारिज कर दिया है। असलम अली ने कहा कि टेंडर प्रक्रिया पूरी तरह से संवैधानिक थी और किसी भी प्रकार की अनियमितता नहीं हुई। उन्होंने स्पष्ट किया कि 17 अगस्त को टेंडर प्रक्रिया के दौरान, आवेदन जमा करने की समय सीमा दोपहर 2 बजे से 3 बजे तक तय की गई थी। लेकिन शेख शकील 3:10 बजे अपना आवेदन लेकर आए, जिससे उनका आवेदन समय सीमा के बाहर हो गया और इसे अस्वीकार कर दिया गया।
असलम अली ने कहा, “हमारे पास डाक से संबंधित सभी दस्तावेज और साक्ष्य मौजूद हैं, जो यह साबित करते हैं कि प्रक्रिया निष्पक्ष और नियमों के अनुसार की गई थी।”
इस विवाद के बाद, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी से हस्तक्षेप की मांग की गई है, और अब देखना होगा कि शिक्षा विभाग इस मुद्दे पर क्या निर्णय लेता है। इस पूरे मामले को लेकर दोनों पक्षों में तकरार जारी है और स्थिति अब शिक्षा विभाग की जांच पर निर्भर है।
















