हसनगंज प्रखंड क्षेत्र विद्यालयों का जिप सदस्य मो शाहिद अख्तर ने औचक निरीक्षण किया। विद्यालय मे खासकर मीनू के अनुसार मध्यान भोजन नहीं खिलाए जाने को लेकर बच्चों ने जिप सदस्य से शिकायत किया। जिप सदस्य शाहिद अख्तर ने बताया कि ग्रामीणों व अविभावकों की सूचना पर प्रखंड क्षेत्र के विद्यालयों का निरीक्षण किया गया है। जिसमें राजकीय बुनियादी विद्यालय कालसर में जंगली पौधे की सफाई नहीं होने से विद्यालय प्रांगण वन जैसा दिख रहा था। वहीं बच्चों ने चावल में कीड़ा निकलने और सब्जी व चोखा के कम दिए जाने की शिकायत की है। जिसमें सुधार लाने को प्रधानाध्यापक को कहा गया वहीं प्राथमिक विद्यालय की हालत सबसे ज्यादा बदतर है। खासकर प्रधानाध्यापक विनय कुमार की मनमानी चरम पर है। अक्सर विद्यालय से प्रधानाध्यापक गायब रहते हैं। निरीक्षण क्रम में भी दोपहर के डेढ़ बजे प्रधानाध्यापक नदारत थें। आस पास के ग्रामीणों ने बताया कि अक्सर कुछ देर बाद प्रधानाध्यापक विद्यालय छोड़कर चले जाते हैं। सबसे अजीब विडंबना यह थी कि उपस्थिति पंजी में बच्चों की उपस्थिति 60 थी। लेकिन विद्यालय में बच्चे मात्र 18 थें। जो घोर अनियमितता की ओर इशारा करता है। वहां उपस्थित बच्चों ने बताया कि करीब एक वर्ष से बच्चों को अंडा नहीं खिलाया गया है।ऐसे सरकार की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की कल्पना करना हसनगंज में बेमानी होगी। प्रखंड क्षेत्र के विद्यालयों मे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा बहाल करने को लेकर उच्च अधिकारी को मेरे द्वारा पत्र लिखा जायेगा,ताकि गरीब तबके के लोगों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा निर्बाध रूप से मिल सके। वहीं अन्य विद्यालयों में भी शौचालय तो अन्य खामियां देखने को मिली जिसके सुधार को लेकर प्रधानाध्यापक को कहा गया है।
















