बोधगया बिहार में है. यह वही जगह है, जहां भगवान गौतम बुद्ध को ज्ञान हासिल हुआ था. युनेस्को की ओर से घोषित विश्व धरोहर महाबोधि मंदिर वहां पवित्र स्थान माना जाता है.
बिहार में एक बड़े मंदिर के परिसर और उसके आस-पास बड़ा खजाना दबे होने के संकेत मिले हैं. ये साक्ष्य सैटेलाइट तस्वीरों और जमीनी सर्वे के बाद मिले हैं, जिन्हें लेकर एक्सपर्ट्स ने जानकारी दी है. आइए, जानते हैं इस बारे में:
बिहार के बोधगया में महाबोधि मंदिर परिसर इर्द-गिर्द बड़ी वास्तुशिल्प संपदा होने के सबूत मिले हैं.
सैटेलाइट तस्वीरों और सर्वेक्षणों के जरिए साक्ष्य मिले हैं, जो संकेत देते हैं कि वहां ‘विशाल वास्तुशिल्प संपदा’ है.
समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा की रिपोर्ट में एक्सपर्ट्स के हवाले से बताया गया कि वहां खुदाई की जरूरत है.
कला, संस्कृति और युवा विभाग की अपर मुख्य सचिव हरजोत कौर बम्हरा ने इस बारे में विस्तृत जानकारी दी है.
हरजोत कौर बम्हरा बोलीं, “मंदिर और उसके पास के क्षेत्रों की मिट्टी के नीचे पुरातात्विक खजाने के सबूत मिले हैं”
उन्होंने आगे बताया कि यह एक विशाल वास्तुशिल्प संपदा है, जिसकी अब और खुदाई किए जाने की जरूरत है.
बीएचडीएस के कार्यकारी निदेशक बिजॉय कुमार चौधरी बोले, ‘‘हमारे ताजा अध्ययन से कई निष्कर्ष सामने आए हैं.”
वह बोले कि मंदिर के उत्तर में चारों ओर खाई वाली दीवार से घिरा चौकोर मठ परिसर और विस्तारित बस्ती शामिल है.