कटिहार, 5 दिसंबर 2024: बांग्लादेशी हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ कटिहार में हिंदू सर्व हिंदू समाज के नेतृत्व में एक विशाल आक्रोश मार्च और धरना प्रदर्शन आयोजित किया गया। इस आयोजन में स्थानीय जनता, सामाजिक संगठनों, और राजनीतिक प्रतिनिधियों ने बड़ी संख्या में भाग लिया।
आक्रोश मार्च की शुरुआत सुबह कटिहार के राजेंद्र स्टेडियम से हुई। मार्च में शामिल प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रहे हिंसात्मक घटनाओं की कड़ी निंदा की। मार्च मुख्य मार्गों से होते हुए समाहरणालय तक पहुंचा, जहां प्रदर्शनकारियों ने एकत्र होकर धरना प्रदर्शन किया। इस दौरान ‘हिंदू एकता ज़िंदाबाद’, ‘बांग्लादेशी हिंदुओं को न्याय दो’, और ‘हिंदुओं के अधिकारों की रक्षा करो’ जैसे गगनभेदी नारे लगाए गए।
इस आक्रोश मार्च में कटिहार के कोढ़ा क्षेत्र की विधायक कविता पासवान और प्राणपुर के विधायक ने भी अपनी सक्रिय भागीदारी दर्ज कराई। उन्होंने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार किसी भी सभ्य समाज में स्वीकार्य नहीं हैं। उन्होंने भारत सरकार से मांग की कि वह इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय मंच पर उठाए और बांग्लादेशी हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाए।
धरना स्थल पर उपस्थित वक्ताओं ने बांग्लादेश में हिंदुओं की धार्मिक स्वतंत्रता और मानवाधिकारों के संरक्षण पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह केवल बांग्लादेशी हिंदुओं का नहीं, बल्कि पूरे हिंदू समाज का मुद्दा है। वक्ताओं ने चेतावनी दी कि अगर इस अत्याचार के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई, तो आने वाले दिनों में बड़े आंदोलन की शुरुआत होगी।
आयोजन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए स्थानीय प्रशासन सतर्क रहा। पुलिस बलों ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन सुनिश्चित किया। धरना प्रदर्शन के अंत में प्रदर्शनकारियों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा, जिसमें बांग्लादेशी हिंदुओं की सुरक्षा और उनके अधिकारों के संरक्षण के लिए भारत सरकार से हस्तक्षेप की मांग की गई।
यह आयोजन न केवल कटिहार में, बल्कि पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना रहा। लोगों ने इसे हिंदू समाज की एकता और संघर्ष की एक सशक्त अभिव्यक्ति के रूप में देखा।
















