रेल, फोटो है।।
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पूर्वोत्तर सीमा रेलवे की रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने 1 से 30 नवंबर, 2024 के दौरान चलाए गए विभिन्न अभियानों में अगरतला, जिरनीया और धर्मनगर रेलवे स्टेशनों पर 23 बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा। इसके अलावा, आरपीएफ ने इस अवधि के दौरान पू. सी. रेलवे के विभिन्न स्टेशनों से 56 नाबालिगों और 04 महिलाओं को उद्धार किया।
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कपिंजल किशोर शर्मा ने बताया कि 27 नवंबर, 2024 की एक घटना में, कटिहार की आरपीएफ टीम ने कटिहार रेलवे स्टेशन पर जांच अभियान चलाया। जांच के दौरान उक्त टीम ने भागे हुए एक नाबालिग लड़के को कटिहार रेलवे स्टेशन से उद्धार किया। बाद में, नाबालिग लड़के का आवासीय पता मिलने के बाद, उसे सुरक्षित अभिरक्षा के लिए चाइल्ड लाइन, कटिहार को सौंप दिया गया। वही 21 नवंबर, 2024 की एक अन्य घटना में, धर्मनगर की आरपीएफ टीम और बीएसएफ/97 बीएन/शिपिनजुरी टीम ने संयुक्त रूप से धर्मनगर रेलवे स्टेशन पर एक नियमित जांच अभियान चलाया। जांच के दौरान, इस टीम को चार बांग्लादेशी नागरिकों का पता चला। पूछताछ करने पर वे कोई वैध दस्तावेज नहीं दिखा सके और बाद में उन सभी ने स्वीकार किया कि वे अवैध रूप से भारत में प्रवेश कर गए थे। बाद में, चारों को पकड़ लिया गया और आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए बीएसएफ/97 बीएन/शिपिनजुरी को सौंप दिया गया। गोरतलब है की स्टेशनों और ट्रेनों में तैनात आरपीएफ कर्मचारी सीमावर्ती क्षेत्रों से अवैध घुसपैठ के प्रति हमेशा सतर्क और सजग रहते हैं। आरपीएफ इसे रोकने के लिए रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में नियमित जांच अभियान चलाती है। आरपीएफ रेल यात्रियों की सुरक्षा के हित में अपराधियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई करने के साथ-साथ मानव तस्करी में शामिल संदिग्ध व्यक्तियों, उचित अभिभावक के बिना यात्रा करने, अकेले यात्रा करने, संदिग्ध तरीके से बच्चों की आवाजाही आदि पर भी नजर रखती है।
















