भाई बहन के प्यार का प्रतीक रक्षाबंधन का त्यौहार हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। हालांकि इस वर्ष भी रक्षाबंधन पर भद्रा का साया रहा जिस वजह से बहने अपने भाई के कलाई पर दोपहर बाद राखी बांधकर अपने भाइयों से रक्षा का वचन ली। वहीं भाई ने भी अपनी बहनों को उपहार स्वरूप भेंट दिया। पंडित तिलकनाथ झा ने बताया की भद्रा काल में राखी बांधना अशुभ माना जाता है। इसलिए बहने दोपहर के एक बजकर 32 मिनट बाद शुभ मुहूर्त पर रक्षाबंधन का त्यौहार मनाए।
















