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फेस्टिवल सीजन के दौरान रेल में अतिरिक्त भीड़ को कम करने के लिए स्पेशल ट्रेनों की अवधि में की गई बढ़ोतरी

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एन एफ रेल अंतर्गत त्यौहारों के दौरान बढ़ती भीड़ और यात्रियों की मांग को पूरा करने के लिए, पूर्वोत्तर सीमा रेलवे ने साप्ताहिक स्पेशल ट्रेनों की कुछ जोड़ी की सेवाओं को जारी रखने का निर्णय लिया है। मुख्यालय मालीगांव के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी
कपिंजल किशोर शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया की ये ट्रेनें अपने मौजूदा सेवा के दिनों, समय-सारणी, संयोजन और ठहराव के साथ चलेगी। इन ट्रेन सेवाओं के विस्तार से उन मार्गों के अन्य ट्रेनों की प्रतीक्षारत यात्रियों को भी लाभ होगा और उसके बाद प्रत्येक बुधवार को चलने वाली ट्रेन संख्या 05671 (गुवाहाटी – आनंद विहार टर्मिनल) साप्ताहिक स्पेशल की सेवा 27 नवंबर, 2024 तक बढ़ाई गई है। वापसी दिशा में, प्रत्येक शुक्रवार को चलने वाली ट्रेन संख्या 05672 (आनंद विहार टर्मिनल – गुवाहाटी) साप्ताहिक स्पेशल की सेवा 29 नवंबर, 2024 तक बढ़ाई गई है।

वही प्रत्येक शुक्रवार को चलने वाली ट्रेन संख्या 02525 (कामाख्या – आनंद विहार टर्मिनल) साप्ताहिक स्पेशल की सेवा 29 नवंबर, 2024 तक बढ़ाई गई है। वापसी दिशा में, प्रत्येक रविवार को चलने वाली ट्रेन संख्या 02526 (आनंद विहार टर्मिनल – कामाख्या) साप्ताहिक स्पेशल की सेवा 01 दिसंबर, 2024 तक बढ़ाई गई है।
जबकि प्रत्येक गुरुवार को चलने वाली ट्रेन संख्या 05734 (कटिहार – अमृतसर) साप्ताहिक स्पेशल की सेवा 19 सितंबर से 28 नवंबर, 2024 तक बढ़ाई गई है। वापसी दिशा में, प्रत्येक शनिवार को चलने वाली ट्रेन संख्या 05733 (अमृतसर – कटिहार) साप्ताहिक स्पेशल की सेवा 21 सितंबर से 30 नवंबर, 2024 तक बढ़ाई गई है।
वही प्रत्येक बुधवार को चलने वाली ट्रेन संख्या 05636 (गुवाहाटी – श्री गंगानगर) साप्ताहिक स्पेशल की सेवा 02 अक्टूबर से 27 नवंबर, 2024 तक बढ़ाई गई है। वापसी दिशा में, प्रत्येक रविवार को चलने वाली ट्रेन संख्या 05635 (श्री गंगानगर – गुवाहाटी) साप्ताहिक स्पेशल की सेवा 06 अक्टूबर से 01 दिसंबर, 2024 तक बढ़ाई गई है। इन ट्रेनों के ठहराव और समय-सारणी का विवरण रेल प्रशासन द्वारा अपने आईआरसीटीसी की वेबसाइट और पू. सी. रेलवे की सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों पर उपलब्ध है। यात्रियों से अनुरोध है कि वे अपनी यात्रा शुरू करने से पहले विवरण की जांच कर लें।

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फोटो है,

ट्रेनों में संरक्षा उपायों को बढ़ावा देने के लिए पू. सी. रेलवे द्वारा उठाया जा रहा है कई कदम ।

यात्रा के दौरान पूर्वोत्तर सीमा रेलवे का लक्ष्य अपने यात्रियों की सुरक्षा और खुशहाली को प्राथमिकता देना है। इसके लिए यह संरक्षा और सुविधा के उच्चतम मानक को पूरा करने के लिए अपने बुनियादी ढांचे को आधुनिक और अपग्रेड करने का निरंतर प्रयास किया जा रहा है।
इस संबंध में मुख्यालय मालीगांव के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी
कपिंजल किशोर शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया की
भारतीय रेल द्वारा आधुनिकीकरण के प्रयास के अनुसार, पू. सी. रेलवे ने अपने मार्गों पर चलने वाली ट्रेनों में अपने पारंपरिक आईसीएफ कोचों को आधुनिक लिंके हॉफमैन बुश (एलएचबी) कोचों में परिवर्तित किया है। ये आधुनिक एलएचबी कोच फायर एंड स्मोक डिटेक्शन सिस्टम (एफएसडीएस), फायर डिटेक्शन एंड सप्रेशन सिस्टम (एफडीएसएस) के साथ-साथ एरोसोल आधारित फायर डिटेक्शन सिस्टम जैसी उन्नत तकनीकी प्रणालियों से लैस हैं।

गोरतलब है की अब तक पू. सी. रेलवे के अधीन परिचालित कुल 62 जोड़ी ट्रेनें (नए ट्रेन सहित) एलएचबी कोच के साथ चल रही हैं। एलएचबी कोच टक्कर रोधी तकनीक से निर्मित होते हैं, जिससे दुर्घटना के दौरान मौत की संख्या में कमी होती हैं। प्रत्येक कोच में उच्च गति पर कुशल ब्रेकिंग के लिए “एडवांसड न्यूमेटिक डिस्क ब्रेक सिस्टम” भी है। कुल 1060 एलएचबी एसी कोच एफएसडीएस, 153 पावर कार और 68 पेंट्री कार एफडीएसएस से सुसज्जित हैं। इसके साथ ही 267 एसी कोच एरोसोल आधारित फायर डिटेक्शन सिस्टम से सुसज्जित हैं। ट्रेनों में अग्नि जांच प्रणाली ट्रेन कोचों में किसी भी अकारण अग्नि दुर्घटना की निगरानी करने और इसकी रोकथाम के लिए अलार्म बजाने में मदद करती है। अग्नि दुर्घटना का पता लगाने की प्रारंभिक और विश्वसनीय चेतावनी यात्रियों में घबराहट और चोट को रोक सकती है, जिससे जान-माल की हानि कम हो सकती है। साथ ही ट्रेन सेवाओं में उत्पन्न बाधा को भी रोक सकती है। अग्नि सुरक्षा उपायों को बेहतर बनाने के लिए चरणबद्ध तरीके से सभी पावर कार, पेंट्री कार और एसी कोच को उपयुक्त अग्नि सुरक्षा उपकरणों से सुसज्जित किए जा रहे हैं।

सीपीआरओ ने बताया की रेल संरक्षा में सुधार एक सतत प्रक्रिया है और इसे बेहतर बनाने के लिए निरंतर प्रयास किए जाते हैं। इसके अलावा, समय-समय पर संरक्षा अभियान, रेलवे की बुनियादी अवसंरचना पर नियमित अंतराल पर संरक्षा ऑडिट व निरीक्षण किए जाते हैं, ताकि परिसंपत्तियों का अनुरक्षण, संरक्षा प्रक्रिया और प्रणालीगत दोषों में रूग्ण भाग की पहचान की जा सके तथा किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के तरीके और साधन उपलब्ध कराए जा सके।

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रेल।।

कटिहार रेल मंडल ने अपने नए वित्तीय वर्ष की शुरुआत में ही पूरे एन एफ रेल में सबसे ज़्यादा रेल राजस्व लाते हुए एक ऐतिहासिक रिकॉर्ड कायम करने में सफलता हासिल किया है। रेल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कटिहार रेल मंडल में सीनियर डीसीएम धीरज चंद्र कलिता के कुशल मार्गदर्शन में कटिहार रेल मंडल ने यू टी एस और पी आर एस से बीते 1.4.2024 से 31.8.24 तक में कुल 4,34,48, 79,317 रुपए यात्री आय प्राप्त किए है जबकि अलीपुरद्वार मंडल कुल यात्री आय 1,05,26,31,280 , लामडिंग मंडल कुल यात्री आय 3,84,28,79,784, रंगिया मंडल कुल यात्री आय 1,08,02,19,483 और तिनसुकिया मंडल कुल यात्री आय 1,04,18,28,352 रुपया है। जिसमे कटिहार रेलमंडल सबसे आगे है जिसने न एफ रेल के पांचों डिवीजन में से सबसे हाईएस्ट अर्निंग अर्जित की है। जो पिछले वर्ष की तुलना में काफी अधिक है। इससे अब कटिहार रेल मंडल एन एफ में राजस्व देने वाले स्टेशनों में नंबर वन पर है। जो सीमांचल के लिए गोरांवित की बात है। जिससे रेलकर्मियों में हर्ष व्याप्त है।

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।।तबादला।।

कटिहार रेल मंडल अंतर्गत कई रेल अधिकारीयो का तबादला हो गया है। रेल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कटिहार रेलमंडल के लोकप्रिय सीनियर डीएफएम अजीत कुमार मिश्रा का कटिहार से मुख्यालय डेप्युटी एफ ए एंड सी ए ओ में तबादला हो गया है। जबकि उनके स्थान पर डीएफएम पंकज वर्मा को डीएफम आई सी बनाया गया है। वही कटिहार रेलमंडल के सीनियर डीओएम का भी तबादला हों गया हैं और कटिहार में नए डीओएम की पोस्टिंग हुई है। वही इसके अलावा कटिहार रेल मंडल में वीआरएस देने का सिलसिला जारी है। पूर्व में सीनियर डीपीओ ने वीआरएस दिया था जबकि मिली जानकारी के अनुसार अब वरीय सेफ्टी अधिकारी ने भी वीआरएस दे दिया है। इसके पूर्व भी कई रेल अधिकारी और रेल अस्पताल के वरीय चिकित्सक अपना वीआरएस दे चुके है।

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