बिहार के कटिहार जिला अंतर्गत कई प्रखंड में बाढ़ ने अपना कहर बरपाया है।गंगा नदी के जलस्तर में पिछले दो-तीन दिनों से कमी आ रही है। लोगों पर अभी संकट बरकरार है। लगातार हो रही बारिश के बाद कभी तेज धूप और रात में मच्छर के कारण बाढ़ पीड़ित परेशान हो रहे हैं। पिछले कई दिनों से बाढ़ का पानी जमा होने के कारण अभी मुसीबतें बनी हुई है। गांव में जमा पानी की दुर्गंध से बीमारी फैलने का डर सता रहा है। ग्रामीणों के अनुसार प्रशासनिक स्तर पर गांव में ब्लीचिंग पाउडर छिड़काव की व्यवस्था नहीं की गई है। निचले इलाकों के घरों में अभी भी पानी घुसा हुआ है। जिसके कारण बाढ़ पीड़ित क्षेत्र के लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त है। प्रशासनिक स्तर पर विभिन्न पंचायत में समुदाय किचन चलाया जा रहा है। लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि इसमें भी गुणवत्ता की कमी देखी जा रही है।
घटते जल स्तर का जायजा लेने के लिए डीएम और एसपी कुरसेला प्रखंड पहुंचे
कटिहार जिला के कुरसेला प्रखंड में बाढ़ की स्थिति को देखने जिला पदाधिकारी मनेष कुमार मीणा और पुलिस अधीक्षक वैभव शर्मा अपने काफिला के साथ कुर्सेला कोसी पुल पहुंचकर गंगा और कोशी के जलस्तर का जायजा लिया।जिला पदाधिकारी ने बताया कि गंगा के जलस्तर का घटना दो दिनों से जारी है।पहले गंगा नदी में पानी बढ़ा हुआ था जिससे लोगों में चिंता थी वही अभी गंगा का जलस्तर पहले से कभी घटा है अब पैनिक होने की कोई जरूरत नहीं है। वही अगर कोसी और ऊपर से पानी आने की बात है तो धीरे-धीरे अगर पानी का स्तर बढ़ेगा तो वर्तमान में गंगा नदी में आएगा।सारी स्थिति पर जिला प्रशासन की नजर है। सभी बांधों का इंजीनियर मॉनिटरिंग कर रहे हैं।किसी को किसी तरह की कोई सूचना मिलती है तो लोग उनसे सीधे संपर्क करें। वहीं मौके पर जिलाधिकारी प्रखंड विकास पदाधिकारी कुमारी परमपदा,अंचला पदाधिकारी सुश्रीअनुपम, थाना अध्यक्ष गुड्डू कुमार एवं सभी विभाग के कर्मी मौजूद थे।
















