बच्चों की मासूमियत पर हर कोई फिदा रहता है। और इन्हीं बच्चों के लिए एक दिन समर्पित है,जिसे बाल दिवस के रूप में जाना जाता है। देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के जन्म दिवस पर मनाया जाने वाला बाल दिवस हसनगंज प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न विद्यालयों मे उत्साह के साथ मनाया गया। कहीं उनके तैल चित्रों पर पुष्पांजलि अर्पित कर तो कही केक काटकर मनाया गया। नेहरू जी को बच्चों से खासा लगाव था। इसी प्रेम व समर्पण के कारण उन्हें बच्चे चाचा नेहरू कहते थें। बाल दिवस पंडित जवाहरलाल नेहरू की बच्चों के प्रति गहरी समझ और उसके प्रति लगाव के समर्पित का दिन है। इस मौके पर शिक्षकों ने चाचा नेहरू के जीवनी के संदर्भ मे बच्चों को बताया और कहा कि बाल दिवस का मुख्य उद्देश्य बच्चों के महत्व को जगजाहिर करना है। बाल दिवस का दिन हमें याद दिलाता है,कि बच्चे देश का भविष्य है। साथ ही उनके अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाने का भी एक अवसर है। हम अपने बच्चों को किताबों से ज्ञान दे सकते हैं। लेकिन जीवन के मूल्य उन्हें अनुभव से सिखाया जाता है। वहीं इस मौके पर विद्यालयों मे क्विज प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया था।
















