Home #indian railway#katihar rail इंजीनियरिंग विभाग के सीनियर डीईएन चार गिरीश कुमार और एडीईएन श्री दुबे...

इंजीनियरिंग विभाग के सीनियर डीईएन चार गिरीश कुमार और एडीईएन श्री दुबे के कुशल मार्गदर्शन में रेलकर्मियों द्वारा रूटीन निरक्षण के तहत रेलवे ट्रैक का मरम्मती के कार्य को  किया गया पूरा

39
0

कटिहार रेलमंडल अंतर्गत रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग द्वारा सुरक्षा और संरक्षा के दृष्टिकोण के मद्देनजर रेलवे ट्रैक का लगातार मॉनिटरिंग किया जा रहा है। जिस दौरान कटिहार स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर तीन पर सोमवार को   इंजीनियरिंग विभाग के सीनियर डीईएन चार गिरीश कुमार और एडीईएन श्री दुबे के कुशल मार्गदर्शन में रेलकर्मियों द्वारा रूटीन निरक्षण के तहत रेलवे ट्रैक का मरम्मती के कार्य को पूरा किया गया। वही रेल प्रशासन द्वारा रेलमंडल में फेस वाइज ब्लॉक लेकर कार्य किया जा रहा है। जिससे रेल परिचालन बाधित न हो।
भारतीय रेल अंतर्गत देश भर में रेलवे पटरियों पर तोड़फोड़ या ट्रेनों को पटरी से उतारने की बढ़ती कोशिशों के बीच रेलवे किसानों, स्थानीय निवासियों और चरवाहों को रेलवे पटरियों की निगरानी के लिए ‘ट्रैक मित्र’ के रूप में अब शामिल करने की योजना शुरू किया गया है। जिससे ऐसी किसी भी घटना पर अंकुश लग सकेगा।
        रेलवे के सूत्रों ने बताया कि ये ट्रैक मित्र रेलवे सुरक्षा बल के कर्मियों के साथ निकट समन्वय में काम करेंगे और साथ ही पटरियों के पास किसी भी संदिग्ध गतिविधि के बारे में सुरक्षा कर्मियों को अहम जानकारी देने के लिए नियमित अंतराल पर करेंगे।
जिसका उद्देश्य के लिए सर्वप्रथम पूर्वोत्तर रेलवे जोन में अब तक करीब 200 से अधिक ट्रैक मित्र बनाए जा चुके हैं। जो यात्रियों और ट्रेनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए रेल पटरियों पर आरपीएफ कर्मियों और इंजीनियरिंग विभाग के कर्मचारियों के साथ संयुक्त गश्त शुरू कर दी है।ताकि ट्रेन संचालन में बाधा डालने या तोड़फोड़ के किसी भी प्रयास पर नजर रखी जा सके। वही ट्रैक मित्र के रूप में ये लोग पटरियों पर किसी भी संदिग्ध गतिविधि या व्यक्ति को देखने पर तुरंत अधिकारियों को सूचित करेंगे। इसके अलावा, रेलवे सामुदायिक पुलिसिंग के तहत पटरियों की सक्रिय निगरानी भी कर रहा है, जिसमें अधिकारी रेल पटरियों के पास संदिग्ध व्यक्तियों पर नजर रखने के लिए मुखिया और सरपंच  के अलावा गांव के लोगों, ग्राम प्रधानों और छात्रों की मदद ले रहे हैं। इसी क्रम में रेल प्रशाशन द्वारा ट्रेनों और पटरियों की सुरक्षा के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए अभियान चलाए जा रहे हैं। स्थानीय पुलिस के साथ समन्वय करके रेलवे अधिकारी उन अपराधियों की भी जांच और स्कैनिंग कर रहे हैं जो पहले भी इसी तरह के मामलों में शामिल रहे हैं। वही रेल प्रशासन द्वारा इसके अलावा ऐसे अपराधियों की एक सूची भी तैयार की गई है ताकि उनकी गतिविधियों पर नजर रखी जा सके। आरपीएफ चौबीसों घंटे निगरानी कर रही है और सुरक्षाकर्मियों ने पटरियों पर शरारती गतिविधियों को रोकने के लिए संदिग्ध व्यक्तियों के बारे में जानकारी एकत्र करने के लिए अपने मुखबिरों और स्रोतों को रेल छेत्र में सक्रिय कर दिया है। अधिकारियों के सख्त निर्देश के बाद कर्मचारियों द्वारा पटरियों के पास रेल लाइन, स्लीपर, बोल्डर व अन्य सामान जैसे लावारिस हालत में पड़े स्क्रैप को हटाया जा रहा है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here