कटिहार के साइबर सह ट्रैफिक डीएसपी सद्दाम हुसैन के नेतृत्व में मनिहारी बस स्टैंड स्थित आंबेडकर चौक और मनिहारी-कटिहार मुख्य मार्ग के नारायणपुर इलाके में सघन वाहन चेकिंग और जागरूकता अभियान चलाया गया। इस दौरान साइबर ठगी, डिजिटल अरेस्ट, और ट्रैफिक नियमों को लेकर आम लोगों को जागरूक किया गया।
इस अभियान में मनिहारी डीएसपी मनोज कुमार, थानाध्यक्ष पंकज आनंद, अपर थानाध्यक्ष राजकुमार, एसआई सद्दाम हुसैन, और परिवहन विभाग के चित्रकांत प्रवर्तन अवर निरीक्षक, मो. वारिश, तथा रोहित कुमार भी उपस्थित रहे।
साइबर ठगी और डिजिटल अरेस्ट के खतरों पर चर्चा
साइबर डीएसपी सद्दाम हुसैन ने बताया कि साइबर अपराधी फर्जी कॉल, वीडियो कॉल, और लिंक भेजकर लोगों को ठग रहे हैं।
- डिजिटल अरेस्ट: ठग खुद को पुलिस अधिकारी, जज, या वकील बताकर फर्जी गिरफ्तारी नोटिस या वारंट भेजते हैं और डराकर पैसे ऐंठने की कोशिश करते हैं।
- फर्जी लिंक और APK फाइल: ये मोबाइल फोन हैक कर निजी जानकारी चुरा लेते हैं।
- वीडियो कॉल ठगी: अज्ञात नंबर से वीडियो कॉल कर ब्लैकमेलिंग का प्रयास किया जाता है।
ट्रैफिक नियमों और लाइसेंस की अनिवार्यता
ट्रैफिक डीएसपी ने कहा कि वाहन चलाने के लिए वैध ड्राइविंग लाइसेंस अनिवार्य है। सड़क सुरक्षा के लिए हेलमेट और सीट बेल्ट का उपयोग जरूरी है। अभियान में बिना लाइसेंस और नियम तोड़ने वाले कई वाहन चालकों का चालान काटा गया। एक्स
अभियान के दौरान संदेश
- किसी भी अनजान नंबर से कॉल या मैसेज पर भरोसा न करें।
- अपने बैंक डिटेल्स और ओटीपी किसी से साझा न करें।
- ट्रैफिक नियमों का पालन करें और जल्द से जल्द वैध लाइसेंस बनवाएं।
- फर्जी गिरफ्तारी नोटिस पर डरने के बजाय इसकी सूचना तुरंत पुलिस को दें।
जागरूकता और सतर्कता सबसे बड़ा हथियार
साइबर और ट्रैफिक विभाग ने लोगों से सतर्क रहने और जागरूक होने की अपील की। उन्होंने कहा कि साइबर अपराध और सड़क दुर्घटनाओं से बचने के लिए कानून और नियमों का पालन बेहद जरूरी है।
अगर आपको साइबर ठगी, डिजिटल अरेस्ट, या ट्रैफिक से संबंधित कोई समस्या हो, तो तुरंत संबंधित विभाग से संपर्क करें।