चुनाव लड़ने से भी कर दिया था मना
पूर्व महापौर किशनचंद तनवानी, जिन्हें शिवसेना विधायक प्रदीप जायसवाल के खिलाफ चुनाव का टिकट मिला था, के सही समय पर चुनाव से हटने के बाद उद्धव समूह ने घोडिले को चुनाव लड़ने के लिए कहा था. लेकिन उस समय उन्होंने चुनाव लड़ने से भी इनकार कर दिया था. इसके बाद अब वह शिवसेना में शामिल हो गए.
‘एकनाथ शिंदे से प्रभावित होकर शिवसेना में आए’
नंदकुमार घोडेले ने कहा कि वह उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे द्वारा किए गए विकास कार्यों और उनकी कार्यशैली से प्रभावित होकर शिवसेना में शामिल हो रहे हैं. हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे के हिंदुत्व के विचारों और धर्मवीर आनंद दिघे की शिक्षाओं को अपनाकर शिवसेना का आंदोलन आगे बढ़ रहा है.
निकाय चुनाव की तैयारी में लगे घोडेले
वहीं डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने यह विश्वास जताया कि नंदकुमार घोडेले और अनिता घोडेले के शिवसेना में आने से छत्रपति संभाजीनगर में शिवसेना की ताकत बढ़ेगी. साथ ही, उन्होंने घोडेले को निर्देश दिया कि स्थानीय स्व-सरकारी निकायों के आगामी चुनाव करीब आ रहे हैं, इसलिए वे तुरंत काम करना शुरू कर दें.















