दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव प्रचार के लिए दो दिन बचे हैं। प्रमुख राजनीतिक दल प्रचार के दौरान एक-दूसरे पर धनबल का इस्तेमाल करने का आरोप लगा रहे हैं। इसी क्रम में आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक व पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को मुख्य चुनाव आयुक्त को चिट्ठी लिखी है।
इसमें उन्होंने नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर हो रहे कथित हमले का जिक्र किया है। आप संयोजक ने अपनी चिट्ठी में चुनाव आयोग से चार मांगे की हैं।
केजरीवाल ने चिट्ठी में रखी ये मांगें
नई विधानसभा में इंडिपेंड इलेक्शन ऑब्जर्वर नियुक्त किये जाएं।
चुनाव आयोग आम आदमी पार्टी वॉलेंटियर्स की सुरक्षा सुनिश्चित करे।
ऐसी घटनाओं के लिए जिम्मेदार पुलिसवाले तुरंत सस्पेंड किया जाए।
हमला करने वाले भाजपा कार्यकर्ताओं को तुरंत गिरफ्तार किया जाए।
उल्लेखनीय है कि रिठाला विधानसभा क्षेत्र से विधायक व आप प्रत्याशी महेंद्र गोयल ने प्रचार के दौरान उन पर हमला कर मारपीट करने का आरोप लगाया है। इसे लेकर आम आदमी पार्टी ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
हार के डर से गुंडागर्दी पर उतरी भाजपा: आप
आप ने कहा कि भाजपा हार के डर से गुंडागर्दी पर उतर आई है। विधायक और आप प्रत्याशी महेंद्र गोयल पर इसीलिए भाजपा के लोगों ने हमला कराया है। आप संयोजक अरविंद केजरीवाल व सीएम आतिशी सहित पार्टी के अन्य नेताओं ने शनिवार घटना का वीडियो एक्स पर पोस्ट किया।
एक्स पर केजरीवाल ने लिखा कि अपनी हार से डरी भाजपा अब आप प्रत्याशियों की जान लेने पर उतर आई है। इस हमले की कड़ी निंदा करते हैं।
हार से बौखलाई भाजपा- सिसोदिया
पार्टी का कहना है कि दिल्ली की जनता भाजपा को वोट नहीं दे रही तो क्या अब आप प्रत्याशियों की हत्या करवा कर चुनाव जीतेंगे। चुनाव आयोग को क्या भाजपा की गुंडागर्दी दिखाई नहीं दे रही है।
मनीष सिसोदिया ने एक्स पर लिखा कि हार से बौखलाई भाजपा अब आप नेताओं की हत्या करवाने पर उतारू है। सीएम आतिशी और राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा, भाजपा अपनी तय हार से बौखलाहट में आप नेताओं पर जानलेवा हमले करवा रही है।
तीन दिन सतर्कता एजेंसी अधिक चौकस रहें: चुनाव आयोग
दिल्ली चुनाव में मतदाताओं को साधने के लिए राजनीतिक दल और प्रत्याशी चुनाव प्रचार में धनबल का भी इस्तेमाल कर रहे हैं। यही वजह है नकदी सहित 194 करोड़ के सामान जब्त किए जा चुके हैं। मतदान से पहले आखिरी तीन दिन बेहद महत्वपूर्ण होते हैं।
इस दौरान प्रत्याशी कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहते। इसके मद्देनजर सीईओ कार्यालय को पत्र लिखकर मतदान से पहले आखिरी तीन दिन सतर्कता एजेंसियों को अधिक चौकस रहने का निर्देश दिया है। ताकि निष्पक्ष व शांतिपूर्ण चुनाव सुनिश्चित हो सके।
















