आज पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में कुल टोटल 32 मामलों की सुनवाई हुई
जिसमें से पांच मामले निष्पादित किए गए चार मामलों में पति पत्नी को समझा बूझकर उनके घर बसा दिया गया दो नासमझ पति पत्नी को उसकी जिदको देखते हुए थाना अथवा न्यायालय जाने की सलाह दी गई
मामले को सुलझाने में महिला थाना अध्यक्ष पुलिस परिवार परामर्श केंद्र की संयोजीका शबाना आजमी सदस्य दिलीप कुमार दीपक स्वातिवैश्य यंत्री जीनत रहमान बबीता चौधरी रविंद्र शाह पुलिस आशुतोष झा आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई .
पूर्णिया जिला के अमोर बस्ती के एक पति ने कस्बा थाना के हजारीबाग की एक पत्नी पर शिकायत किया की शादी के 8 साल के बाद भी पत्नी की स्थिति में कोईĺ
सुधार नहीं हुआ है तीन बच्चे भी हैं परंतु जब मां का फोन आता है घर द्वार छोड़कर मायके चली जाती है बराबर दिल्ली में रहती है मैं अपनी पत्नी एवं बच्चों के साथ रहना चाहती हूं वही पत्नी कहती है की मेरे पति की बड़े भाई के पत्नी के साथ मेरे पति का हेलमेल रहता है जिसे देखकर मैं बराबर आहतरहती हूं कि मेरा मन बहुत ही आहत रहता है मेरा पति जितना भी कमाता है वह अपनी भाभी को दे देता है मैं पति के साथ रहना चाहती हूं परंतु वह ना तो भाभी से संपर्क रखें और और मैं भाभी के पति की दुकान से कोई सामान खरीदें जबकि मेरा पति खुद ऑटो चलाता है चलाता है ओटो की कमाई से ही वह अपना परिवार चला लेगी उसे भाई की दुकान से कुछ लेने की जरूरत नहीं है समझाने पर दोनों पर आपस में मिल गए और खुशी-खुशी बॉन्ड पेपर पर हस्ताक्षर कर अपने घर के लिए विदा हो गई
















