कर्नल एकेडमी में शनिवार, 13 नवंबर को एक गौरवपूर्ण और प्रेरणादायक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
भारतीय सेना के पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल शशांक शेखर मिश्रा (सेवानिवृत्त) ने कर्नल एकेडमी के वर्गीज कुरियन मेस का विधिवत उद्घाटन किया।
उद्घाटन से पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल मिश्रा ने विद्यालय के बच्चों से संवाद किया और उनका उत्साहवर्धन किया।
उन्होंने बच्चों को लक्ष्य निर्धारित कर मेहनत और अनुशासन के साथ आगे बढ़ने का संदेश दिया।
लेफ्टिनेंट जनरल शशांक शेखर मिश्रा सैनिक स्कूल तिलैया के पूर्व छात्र रहे हैं।
उन्होंने वर्ष 1979 में नेशनल डिफेंस एकेडमी में प्रवेश लिया और वर्ष 1983 में इंडियन मिलिट्री अकादमी से कुमाऊं रेजिमेंट की 17वीं बटालियन में कमीशन प्राप्त किया।
अपने लगभग चार दशक लंबे सैन्य करियर के दौरान उन्होंने
ऑपरेशन पराक्रम,
पाकिस्तान और चीन सीमा पर अहम कमान,
माउंटेन स्ट्राइक कोर की कमान
और क्वार्टर मास्टर जनरल जैसे महत्वपूर्ण पदों पर सेवाएं दीं।
देश के प्रति उत्कृष्ट सेवा के लिए उन्हें
परम विशिष्ट सेवा मेडल,
अति विशिष्ट सेवा मेडल
और विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित किया गया।
बच्चों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि
हर बच्चे में कोई न कोई प्रतिभा होती है।
शिक्षकों का दायित्व है कि वे बच्चों की क्षमता को पहचानें और उन्हें सही मार्गदर्शन दें।
हर बच्चा पढ़ाई में अव्वल नहीं हो सकता, लेकिन उसे एक जिम्मेदार और अच्छा नागरिक बनाया जा सकता है
कार्यक्रम में कर्नल एकेडमी के बच्चों ने रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं।
कक्षा दो और तीन के बच्चों ने देशभक्ति गीत पर नृत्य प्रस्तुत कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया,
वहीं कक्षा चार और नौ की छात्राओं की प्रस्तुति ने सभी का मन मोह लिया।
कार्यक्रम के पश्चात लेफ्टिनेंट जनरल मिश्रा ने
कर्नल एकेडमी के सर्वेसर्वा कर्नल अक्षय यादव के साथ विद्यालय परिसर का निरीक्षण किया
और विद्यालय की व्यवस्थाओं एवं संरचना की प्रशंसा की।
इस अवसर पर कर्नल अक्षय यादव ने कहा कि
बच्चों को लेफ्टिनेंट जनरल मिश्रा के जीवन से प्रेरणा लेकर
देशसेवा की भावना को अपने जीवन में अपनाना चाहिए।
विद्यालय के प्राचार्य राजीव शाह ने मुख्य अतिथि सहित सभी अतिथियों और बच्चों का धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस तरह कर्नल एकेडमी में यह आयोजन
शिक्षा, अनुशासन और राष्ट्रभक्ति की प्रेरणा बनकर यादगार बन गया।



