रोहित शर्मा लंबे समय तक टेस्ट में कप्तानी करते नजर नहीं आ सकते हैं। ऐसे में जसप्रीत बुमराह को उनका रिप्लेसमेंट माना जा रहा है। हालांकि, फिटनेस संबंधी चिंताओं को देखते हुए बुमराह लंबे समय तक कप्तानी का ऑप्शन नहीं रह सकते हैं। हाल ही में पीठ की ऐंठन है जिसके कारण जसप्रीत बुमराह का इंग्लैंड सीरीज के साथ ही चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में खेलना संदिग्ध हो गया है।
टीम को उपकप्तान की जरूरत
बुमराह की चोट को देखते हुए सवाल उठने लगे हैं क्या बुमराह को टेस्ट में परमानेंट कप्तान माना जा सकता है। अगर जसप्रीत बुमराह फिट हो जाते हैं और इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट टीम की कमान संभालते हैं तो चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर और सेलेक्शन कमेटी के चार सदस्यों को एक उपकप्तान की जरूरत होगी।
टेस्ट में ऋषभ पंत और यशस्वी जायसवाल उपकप्तानी की रेस में सबसे आगे हैं। शनिवार को सेलेक्शन कमेटी के अध्यक्ष अजीत अगरकर, हेड कोच गौतम गंभीर और कप्तान रोहित शर्मा की बीसीसीआई अधिकारियों के साथ मीटिंग हुई। इस मीटिंग के दौरान जसप्रीत बुमराह की पीठ के निचले हिस्से की समस्या सामने आई।
पर्थ-सिडनी में बुमराह ने की कप्तानी
रिव्यू मीटिंग के बाद निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि रोहित शर्मा के पांच टेस्ट मैचों के लिए इंग्लैंड जाने की संभावना काफी कम है।
अगर सब कुछ ठीक रहा तो जसप्रीत बुमराह निश्चित रूप से हेडिंग्ले में पहले टेस्ट में टीम की कप्तानी करेंगे।
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 के दौरान बुमराह ने पर्थ और सिडनी में भारतीय टीम की कप्तानी की थी।
इस दौरान भारत ने पर्थ टेस्ट भी जीता था। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 में बुमराह सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज थे।
उन्होंने 5 मुकाबलों में 32 विकेट चटकाए थे। ऐसे में उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया था।
लंबे समय तक बुमराह को रहना होगा फिट
पीठ में चोट के कारण बुमराह सिडनी टेस्ट की दूसरी पारी में गेंदबाजी नहीं कर पाए थे। चैंपियंस ट्रॉफी 2025 से पहले वह एनसीए में रिहैबिलिटेशन से गुजरने के लिए तैयार हैं। बुमराह की चोट ने सवाल खड़े किए हैं कि वर्कलोड मैनेजमेंट को देखते हुए क्या बुमराह लंबे समय तक फिट रह सकते हैं।
इस बात की भी कोई गारंटी नहीं है कि जून 2025 से जून 2027 तक अगले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप साइकिल के दौरान जसप्रीत बुमराह को और चोट नहीं लगेगी। बुमराह अब 30 साल की उम्र पार कर चुके हैं। ऐसे में सेलेक्टर दूसरी योजना तैयार करने के लिए प्रेरित हो सकते हैं जिसमें कप्तानी के लिए एक और समान रूप से मजबूत उम्मीदवार को रखना शामिल हो, जिसे उपकप्तान के रूप में तैयार किया जा सके।
















