मनिहारी नगर पंचायत के वार्ड संख्या आठ स्थित सिग्नल टोला की करीब 400 लोगों की आबादी पूरी तरह से बाढ़ से प्रभावित हो गई है। हर घर में पानी घुस चुका है, जिससे लोग रेलवे पटरी के किनारे अस्थाई आवास बनाने को मजबूर हो गए हैं। इन बाढ़ पीड़ितों के सामने भोजन, शौच और रोजमर्रा की समस्याएं खड़ी हो गई हैं।
स्थानीय वार्ड पार्षद बेचन सिंह ने बताया कि सिग्नल टोला की पूरी आबादी बाढ़ की चपेट में है। उन्होंने मनिहारी के अंचलाधिकारी और अनुमंडल पदाधिकारी से मांग की है कि तुरंत सूखा राशन, प्लास्टिक कवर, चलंत शौचालय, मेडिकल सहायता, और सामुदायिक किचन जैसी सुविधाएं मुहैया कराई जाएं। उनका कहना है कि बुजुर्गों और बच्चों समेत कोई भी भूखा न सोए, इसलिए इन बुनियादी सुविधाओं की सख्त जरूरत है।
वार्ड पार्षद श्रवण शर्मा ने बताया कि न केवल सिग्नल टोला बल्कि मनिहारी नगर पंचायत के कई अन्य वार्ड भी जलमग्न हो गए हैं। बावजूद इसके, स्थानीय प्रशासन की ओर से अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। करीब 25% आबादी बाढ़ से प्रभावित है, जिनमें कई विस्थापित और भूमिहीन लोग भी शामिल हैं। ये लोग बांध और सड़कों के किनारे अस्थाई झोपड़ियां बनाकर रहने को मजबूर हैं। इनमें से अधिकांश लोग चरवाहा विद्यालय, सिग्नल टोला, मारा लाइन और दो नंबर वार्ड के हैं ये लोग पूर्व में मेदनीपुर और अन्य जगहों के कटाव पीड़ित हैं, जिन्हें आज तक सरकार ने कहीं बसाया नहीं है।
स्थिति गंभीर है और इन बाढ़ पीड़ितों के जीवनयापन के लिए तत्काल सरकारी हस्तक्षेप की आवश्यकता है।
















