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मधुरा गांव में श्रीमद् भागवत महाकथा का भव्य आयोजन, श्रद्धालुओं का उमड़ा जनसैलाब

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कोढ़ा प्रखंड के फुलवरिया पंचायत अंतर्गत मधुरा ग्राम में इन दिनों श्रीमद् भागवत महापुराण कथा का भव्य आयोजन चल रहा है। इस आयोजन के माध्यम से गांव का वातावरण धार्मिक और आध्यात्मिक रंग में रंग गया है। देश के कोने- कोने से श्रद्धालु यहां पहुंच रहे हैं। वृंदावन से पधारे प्रसिद्ध और आचार्य रामानंद व्यास जी द्वारा कथा का वाचन किया जा रहा है, जो अपनी विशिष्ट शैली और गहन ज्ञान के लिए विख्यात हैं। उनके द्वारा दी जा रही कथा से श्रोताओं को भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं, रासलीला, महाभारत के प्रसंग और गीता के उपदेशों का सजीव अनुभव हो रहा है। उनकी वाणी में विशेष आकर्षण और आध्यात्मिकता का प्रभाव है, जो श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर रहा है।

कथा स्थल को बहुत ही सुंदरता से सजाया गया है। पंडाल के चारों ओर रोशनी, रंग-बिरंगे फूलों की सजावट और पवित्र वातावरण ने सभी का मन मोह लिया है। हर दिन सुबह से शाम तक कथा श्रवण के लिए सैकड़ों श्रद्धालु कथा स्थल पर उपस्थित रहते हैं। फुलवरिया पंचायत और आसपास के गाँवों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए भोजन और आवास की विशेष व्यवस्था की गई है। आयोजन स्थल पर ही भंडारे की व्यवस्था की गई है, जहां प्रतिदिन श्रद्धालु प्रसाद ग्रहण कर रहे हैं। रामानंद व्यास जी ने कथा के दौरान श्रद्धालुओं से कहा कि श्रीमद् भागवत का श्रवण करने से न केवल ज्ञान की प्राप्ति होती है, बल्कि इससे व्यक्ति का मन

शुद्ध होता है और उसमें अच्छे विचारों का संचार होता है। उन्होंने कहा कि यह कथा केवल सुनने के लिए नहीं है, बल्कि इसे अपने जीवन में उतारना आवश्यक है। भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं से हमें प्रेम, सेवा, और धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा मिलती है। उन्होंने आह्वान किया कि सभी लोग धर्म के सिद्धांतों का पालन करें और समाज में भाईचारा, सहिष्णुता, और सेवा का संदेश फैलाएं।

इस आयोजन के मुख्य आयोजक, समाजसेवी मीणा दिलीप मिश्रा ने बताया कि इस कथा का आयोजन समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर करने और लोगों को आध्यात्मिकता से जोड़ने के उद्देश्य से किया गया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में लोग अपने जीवन की वास्तविकता से दूर होते जा रहे हैं। इस कथा के माध्यम से समाज में सकारात्मकता और सद्भावना का संचार करना, लोगों को धर्म के प्रति जागरूक करना और समाज को सच्चे मार्ग पर चलने का संदेश देना उनका करेंगे।

उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि सभी धर्मप्रेमी बंधु इस आयोजन में शामिल होकर पुण्य के भागी बनें। यह कथा 15 सितंबर तक प्रतिदिन जारी रहेगी, जिसमें अंतिम दिन हवन और भंडारे का भी आयोजन किया जाएगा। इस पावन अवसर पर जिले के प्रमुख राजनैतिक और सामाजिक हस्तियां भी उपस्थित रहीं। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकेश्वर प्रसाद ने कथा स्थल पर पहुंचकर श्रद्धालुओं को संबोधित किया और कहा कि ऐसे आयोजनों से समाज में एक सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और युवाओं को अपने धर्म और संस्कृति से जुड़ने का अवसर मिलता है। कोढ़ा विधायक कविता पासवान ने भी कथा स्थल पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए कहा कि यह आयोजन ग्रामीण समाज में जागरूकता फैलाने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है।

जिला परिषद अध्यक्ष रश्मि सिंह, भाजपा के वरिष्ठ नेता रामनाथ पांडे, डोमन चौधरी, पूर्व मुखिया राजकुमार राय, शिवनाथ झा, पूर्व सरपंच कृष्ण कुमार (पिन्कू साह), और प्रदीप पासवान सहित कई अन्य प्रमुख हस्तियां भी इस पवित्र अवसर पर उपस्थित रहीं और उन्होंने आयोजन की सराहना की। स्थानीय लोगों का मानना है कि इस प्रकार के धार्मिक आयोजनों से गांव और समाज में सकारात्मक बदलाव आता है। मधुरा ग्राम के लोग इस आयोजन में बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं और व्यवस्था में हाथ बंटा रहे हैं। सभी का कहना है कि रामानंद व्यास जी की वाणी से प्रेरणा लेकर वे अपने जीवन को आध्यात्मिकता से संजोने का प्रयास

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