पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार और स्मारक को लेकर राजनीति शुरू हो गई है। कांग्रेस आप और अकाली दल के नेताओं नेॉ केंद्र सरकार पर सिखों के अपमान का आरोप लगाया है। दिल्ली में लगभग 4% सिख मतदाता हैं और राजौरी गार्डन तिलक नगर और हरि नगर जैसे क्षेत्रों में उनकी संख्या काफी अधिक है। दलों के सामने सिखों को अपने साथ जोड़ने की चुनौती है।
देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार व स्मारक को लेकर राजनीति शुरू हो गई है। कांग्रेस के साथ ही आम आदमी पार्टी और शिरोमणि अकाली दल केंद्र सरकार पर डॉ. मनमोहन सिंह का अपमान करने का आरोप लगा रहे हैं। इस तरह के आरोप के बहाने राजनीतिक दल सिखों को भावनात्मक रूप से अपने साथ जोड़ने के प्रयास में हैं।
फरवरी के पहले सप्ताह में विधानसभा चुनाव है, इस कारण भाजपा विरोधी राजनीतिक पार्टियां इसे सिख समुदाय का अपमान बताते हुए इसे मुद्दा बनाने का प्रयास कर रही हैं। इसे लेकर राजनीति और तेज होने की संभावना जताई जा रही है। दिल्ली में लगभग चार प्रतिशत सिख मतदाता हैं। राजौरी गार्डन व तिलक नगर विधानसभा क्षेत्र में इनकी संख्या 35 प्रतिशत और हरि नगर में 17 प्रतिशत से अधिक है।
दिल्ली की इन सीटों पर है सिख वोटरों का प्रभाव
नई दिल्ली, पूर्वी दिल्ली और चांदनी चौक संसदीय क्षेत्र में आने वाले कई विधानसभा क्षेत्रों में भी इनकी अच्छी संख्या है। पहले कांग्रेस व भाजपा-अकाली गठबंधन में सिख मतों का बंटवारा होता था।अब भाजपा व अकाली अलग हो गए हैं। कांग्रेस की पकड़ भी सिख मतों पर कमजोर हुई है। पिछले दोनों विधानसभा व नगर निगम चुनाव में आप को सिखों का अच्छा समर्थन मिला था, लेकिन लोकसभा चुनाव में सिख बहुल क्षेत्रों में भाजपा ने अच्छा प्रदर्शन किया है।
सिखों को अपने साथ जोड़ने में लगी भाजपा
कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली सहित, दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के कई सदस्यों को अपने साथ जोड़कर भाजपा सिखों को अपने साथ जोड़ने में लगी हुई है। इससे आप के साथ ही कांग्रेस व अकाली दल परेशान है। तीनों पार्टियों के बीच दिल्ली के साथ ही पंजाब के सिखों को भी अपने साथ जोड़ने की चुनौती है।
राहुल गांधी ने केंद्र पर लगाया सिखों के अपमान का आरोप
इस कारण तीनों पार्टियों के नेता डॉ. मनमोहन सिंह के निधन के अगले दिन से ही बयानबाजी शुरू कर दी है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी सहित कांग्रेस के अन्य बड़े नेता केंद्र सरकार व भाजपा पर सिखों के अपमान का आरोप लगा रहे हैं। कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा है कि डॉ. मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार और स्मारक के लिए स्थान न ढूंढना भारत के पहले सिख प्रधानमंत्री का जानबूझकर किया गया अपमान है।निगम बोध घाट पर उनके अंतिम संस्कार के निर्णय को अरविंद केजरीवाल सहित अन्य आप नेता सिख समुदाय का अपमान बता रहे हैं। अकाली नेता भी इसे सिखों का अपमान बता रहे हैं। शिरोमणि अकाली दल के उपप्रधान और मुख्य प्रवक्ता डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा है कि प्रधानमंत्री का पद संभालने वाले पहले और एकमात्र सिख के रूप में मनमोहन सिंह की विरासत का बहुत महत्व है।
















