कटिहार रेलवे स्टेशन पर प्लेटफॉर्म नंबर 2/3 स्थित वेटिंग हॉल को बंद कर देने से यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सीमांचल क्षेत्र की मुख्य ट्रेनों, जैसे आम्रपाली एक्सप्रेस, का इंतजार करने के लिए यात्रियों को ठंड में प्लेटफॉर्म पर ही बैठने को मजबूर होना पड़ रहा है।
स्टेशन पर यात्रियों के साथ-साथ ऑन-ड्यूटी रेलकर्मियों और रेलवे न्यायालय में आए अधिवक्ताओं के लिए भी समस्या खड़ी हो गई है। प्लेटफॉर्म पर शौचालय की सुविधा बंद होने के कारण उन्हें अन्य प्लेटफॉर्म्स या स्टेशन परिसर के बाहर जाकर सुविधाओं का उपयोग करना पड़ रहा है।
यात्रियों ने अपनी परेशानी व्यक्त करते हुए बताया कि ठंड के मौसम में वेटिंग रूम का बंद होना बेहद असुविधाजनक है। सीमांचल की मुख्य ट्रेनों में देरी होने पर, वेटिंग रूम बंद होने की वजह से उन्हें घंटों खुले में ठहरना पड़ता है। इससे विशेष रूप से महिलाओं, बच्चों और बुजुर्ग यात्रियों को अधिक कठिनाई हो रही है।
गौरतलब है कि इस वेटिंग हॉल को पहले रेल प्रशासन ने “पे एंड यूज” स्कीम के तहत संविदा पर दिया था, लेकिन बाद में इसे बंद कर दिया गया। यात्रियों ने रेल प्रशासन से मांग की है कि वेटिंग हॉल को जल्द से जल्द पुनः चालू किया जाए।
यात्री और रेलकर्मी इस फैसले पर सवाल उठा रहे हैं और इसे यात्रियों की बुनियादी सुविधाओं की अनदेखी मान रहे हैं। कटिहार रेलवे स्टेशन, जो सीमांचल का प्रमुख केंद्र है, वहां वेटिंग रूम जैसी आवश्यक सुविधा का न होना यात्रियों के लिए अत्यधिक असुविधाजनक साबित हो रहा है। यात्रियों ने रेल मंत्रालय से इस समस्या का जल्द समाधान करने की अपील की है।
रेल प्रशासन ने फिलहाल इस पर कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन यात्री समुदाय उम्मीद कर रहा है कि उनकी मांगें जल्द पूरी की जाएंगी।
















