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48वीं वाहिनी, आईटीबीपी कटिहार को “सर्वश्रेष्ठ ग्रीन वाहिनी” का पुरस्कार दूसरी बार मिला

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भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल (आईटीबीपी) की 48वीं वाहिनी, कटिहार, ने एक बार फिर “सर्वश्रेष्ठ ग्रीन वाहिनी” का प्रतिष्ठित खिताब अपने नाम किया है। यह दूसरी बार है जब 48वीं वाहिनी को यह सम्मान प्राप्त हुआ है। इससे पहले, वर्ष 2022 में भी इस वाहिनी को पर्यावरण संरक्षण, हरियाली और स्वच्छता में उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया था।
हर साल आईटीबीपी के विभिन्न वाहिनियों में स्वच्छता, पौधारोपण, हरियाली, कैम्प रखरखाव, और पर्यावरण संरक्षण के मानकों का गहन निरीक्षण कर “सर्वश्रेष्ठ ग्रीन वाहिनी” का चुनाव किया जाता है। इस वर्ष यह सम्मान कटिहार स्थित 48वीं वाहिनी को दिया गया। गृह राज्यमंत्री श्री नित्यानंद राय ने कमांडेंट श्री रविन्द्र कुमार को इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किया।
हिंदुस्तान और चीन की सीमा पर कड़ी ड्यूटी निभाते हुए भी 48वीं वाहिनी ने पर्यावरण संरक्षण और हरित विकास के क्षेत्र में अनुकरणीय योगदान दिया है। सीमाओं की सुरक्षा के साथ-साथ हरियाली और स्वच्छता को प्राथमिकता देना इस वाहिनी की प्रतिबद्धता और समर्पण का प्रतीक है।
सम्मान प्राप्त करने के बाद कमांडेंट श्री रविन्द्र कुमार जब कटिहार के सिसिया कैम्प पहुंचे तो उनका भव्य स्वागत किया गया। इस मौके पर वाहिनी के अधिकारियों, हिमवीरों, और हावा सदस्यों ने मिलकर विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया। साथ ही, सभी के लिए “बड़ा खाना” की व्यवस्था की गई।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ. अनिल कुमार गुप्ता, संस्थापक ग्रीन पूर्णिया, ने 48वीं वाहिनी के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण और हरियाली के प्रति इस वाहिनी के योगदान को अनुकरणीय बताते हुए कमांडेंट और उनके समस्त टीम की जमकर तारीफ की।
श्री रविन्द्र कुमार ने इस उपलब्धि के लिए अपनी टीम और सभी हिमवीरों को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह पुरस्कार केवल सम्मान नहीं, बल्कि हमारी जिम्मेदारियों को और बढ़ाने का प्रतीक है। उन्होंने बताया कि भविष्य में भी 48वीं वाहिनी हरियाली और स्वच्छता के क्षेत्र में नए मापदंड स्थापित करती रहेगी।
48वीं वाहिनी की इस उपलब्धि ने पर्यावरण संरक्षण के लिए आईटीबीपी के हरित मिशन को नई ऊर्जा दी है। यह सम्मान न केवल इस वाहिनी के अनुकरणीय प्रयासों का प्रमाण है, बल्कि अन्य वाहिनियों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी है।

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