भगवान महावीर के जन्मकल्याणक ,जैन मंदिर बारसोई में धूमधाम से मनाया गया। दिगम्बर जैन संत आचार्य विराग सागर जी महाराज के परम पर्भावक शिस्य मुनि विशल्य सागर जी महाराज,ससंघ के सानिध्य में भगवान महावीर को नगर भ्रमण कराया जैन मंदिर परिसर का भी परिक्रमा किया गया।भगवान महावीर संदेश जियो और जीने दो के नारे से गूंजती। श्री 1008 पारसनाथ दि. जैन मंदिर बारसोई में विराजमान भारत गौरव,झारखण्ड राजकीय अतिथि श्रमण मुनि विशल्यसागर जी गुरुदेव ने भगवान महावीर स्वामी के जन्मकल्याणक महामहोत्सव के पावन उ कहा कि सभी हर्ष उल्लास के साथ ,आनंद के साथ भगवान महावीर का जन्म महोत्सव मना रहे है। निश्चित हमारे जीवन में अहोभाग्य का उदय है। देश के लिए,राष्ट्र के लिए और पूरे विश्व के लिए एक बहुत बड़ा महोत्सव है। भगवान महावीर स्वामी जी ने पूरे विश्व में शांति बनी रहे इसके लिए जो सूत्र जनमानस को दिया है जियो और जीने दो इसी से दुनिया में अमन और शांति का माहौल बनाया । भगवान के इस सिद्धांत को मानने की और अपने जीवन में उतरने की अगर भगवान महावीर स्वामी के सूत्र को व्यक्ति अपने जीवन में अंगीकार कर ले तो उसका जीवन स्वर्ग बन जाएगा । आचार्य श्री सागर जी महाराज ने कहा कि आज इस सूत्र को देश राष्द्र का सबसे बड़ा सूत्र बनाना चाहिए सविधान में मंत्र बनाना चाहिए और संसद में गुनजाय मान होना चाहिए चाहे लोकसभा हो,चाहे राज्यसभा हो,चाहे विधान सभा हो ये भगवान महावीर स्वामी का सूत्र वहा पर बहुत बड़े – बड़े अक्षरों में लिखना चाहिएजीओ और जीने दो का संविधान सूत्र लिखना चाहिए और उसको हमेशा याद रखना चाहिए तभी विधान सभा ,लोकसभा ,राज्यसभा सार्थक हो सकती है। इसके साथ ही सुप्रीम कोट में भी ये सूत्र लिखना चाहिए और ये सूत्र होना चाहिए जीओ और जीने दो वहीं इस अवसर पर दिगंबर जैन समाज के अध्यक्ष श्री विजय कुमार जैन, दिलीप कुमार जैन,अजीत कुमार जैन,रूप चंद्र जैन, वीरेंद्र कुमार जैन,गणपत राय जैन, निर्मल कुमार पाटनी,गौतम जैन, जीवन मल सरावगी, महिला में , बसंती देवी जैन, सरला जैन, इंदिरा जैन,पूनम जैन,ललिता जैन,अनिता पांड्या,सरिता जैन,प्रीति जैन,अंकिता जैन आदि कमेटी के सदस्य स्थानीय लोगों उपस्थित रहे।