भारत-बांग्लादेश सीमा पर फेंसिंग को लेकर तनाव के बीच बीएसएफ और बीजीबी के बीच 17-20 फरवरी को मीटिंग होगी। उच्च स्तरीय बातचीत में सीमा पर घुसपैठ रोकने और तस्करी के मुद्दों पर चर्चा होगी। बैठक में दोनों देशों के शीर्ष अधिकारी शामिल होंगे।
भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर फेंसिंग को लेकर दोनों देशों के बीच तनाव अभी खत्म नहीं हुआ है। इस बीच दोनों देशों के 4096 किलोमीटर लंबे बॉर्डर पर तैनात BSF और बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (BGB) के DG की मीटिंग अगले महीने फरवरी में होना तय माना जा रहा है। यह 17-20 फरवरी को CGO कांप्लेक्स स्थित BSF हेडक्वॉर्टर में होगी। बांग्लादेश में पिछले साल शेख हसीना सरकार के सत्ता परिवर्तन होने के बाद DG के बीच यह पहली बैठक होगी। सूत्रों ने बताया कि तारीख में कोई बदलाव नहीं हुआ तो अभी तक के शेड्यूल के हिसाब से दोनों फोर्सेज के बीच तैयारियां की जा रही हैं।
इन अडेंजा पर होगी बातचीत
बैठक का अजेंडा सीमा पर बाड़ लगाना, घुसपैठ रोकना, मानव और अन्य तरह की तस्करी रोकने जैसे मुद्दे होंगे। इनमें सबसे टॉप पर 4096 किलोमीटर लंबे बॉर्डर की पांच लोकेशन पर भारत द्वारा सिंगल रो वाली फेंसिंग लगाना रहेगा। यह सीमा पर 150 गज के दायरे में 92 जगह लगाई जा रही हैं। लेकिन बांग्लादेश द्वारा कड़ी आपत्ति जाहिर करने के बाद भारत की तरफ से बांग्लादेश के मालदा और दिनाजपुर समेत तीन लोकेशन पर फेंसिंग लगाने का काम फिलहाल रुका हुआ है।
उच्च स्तरीय बातचीत से ही निकलेगा हल
BSF सूत्रों का कहना है कि फेंसिंग लगाने का मामला दोनों देशों के बीच उच्च स्तरीय बातचीत से ही निकलेगा, लेकिन BSF अपनी तरफ से BGB को पिछली सरकार के साथ हुए लिखित समझौतों की कॉपी के साथ यह समझाने की पूरी कोशिश करेगी कि फेंसिंग लगाने के मामले में किसी भी तरह के समझौते का कोई उल्लंघन नहीं किया जा रहा है। बांग्लादेश से घुसपैठ का मामला उठाया जाएगा।
बैठक में दोनों देशों के टॉप ऑफिसर होंगे शामिल
सूत्रों का कहना है कि बैठक में बांग्लादेश की तरफ से BGB के DG मेजर जनरल मोहम्मद अशरफुल इस्लाम सिद्दीकी समेत आठ से 10 टॉप ऑफसर दिल्ली आएंगे। भारत की तरफ से 1990 बैच के यूपी काडर के IPS अफसर और BSF के डीजी दलजीत सिंह चौधरी अपने अन्य तमाम अफसरों के साथ शामिल होंगे। इसमें भारत के गृह और विदेश मंत्रालय के टॉप अफसर भी शामिल होंगे।
1975 से चली आ रही है यह बैठक
BSF और BGB के बीच DG मीट 1975 से चली आ रही है। 1975 से 1992 तक यह साल में एक बार होती थी. लेकिन 1993 से यह साल में दो बार होने लगी। एक बार यह बांग्लादेश की राजधानी ढाका और एक बार दिल्ली में यह DG मीट होती रही है। बांग्लादेश में पिछले साल शेख हसीना सरकार के सत्ता परिवर्तन के बाद यह मीटिंग नवंबर 2024 में नहीं हो सकी थी। लेकिन अब दोनों देश अपनी-अपनी फोर्सेज के चीफ के साथ इस मीटिंग को कराने के लिए सहमत हो रहे हैं। इस बार भारत बैठक का मेजबान है इसलिए BSF ने अपने स्तर पर इसकी तैयारियां शुरू कर दी हैं।
















