लोको रनिंग स्टाफ द्वारा सोमवार को पूरे भारतवर्ष में “प्रोटेस्ट डे” मनाया गया। इस संबंध में एन एफ रेलवे मजदूर यूनियन के सहायक महामंत्री मनोज सिंह ने बताया कि ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के महामंत्री शिव गोपाल मिश्रा और एनएफ रेलवे मजदूर मजदूर यूनियन के महामंत्री पीयूष चक्रवाती के आह्वान पर कटिहार लॉबी में रनिंग स्टाफ द्वारा विरोध प्रकट किया गया।
वही सभा की अध्यक्षता कर रहे केंद्रीय संगठन मंत्री उमाशंकर ने बताया कि रेल प्रशासन मानवीय आवश्यकताओं की खुलेआम उपेक्षा कर रहा है। जिस दौरान भोजन एवं प्राकृतिक कार्यों के लिए ब्रेक प्रदान न करना अनुचित एवं अमानवीय है। जिससे लंबे समय तक तनावपूर्ण ड्यूटी निभाने वाले लोको रनिंग स्टाफ के स्वास्थ्य, एकाग्रता तथा सुरक्षा पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।लोको कैब में सी सी टीवी कैमरा लगने से कर्मचारियों की निजता का उल्लंघन की आशंका बनी रहती है।जबकि 130 किमी प्रति घंटा अथवा मेमु या डीएमयू ट्रेनों में सहायक लोको पायलट की अनिवार्यता समाप्त करने का प्रस्ताव सुरक्षा मानकों के विपरीत है। लोको पायलट पर अत्यधिक मानसिक एवं शारीरिक भार बढ़ने से दुर्घटना की संभावना बढ़ सकती है। जबकि कोहरे से बचाव उपकरणों का उपयोग सराहनीय है, परंतु इसके संचालन की अतिरिक्त जिम्मेदारी रनिंग स्टाफ पर डालने से पूर्व आवश्यक सहयोग, प्रशिक्षण एवं प्रोत्साहन सुनिश्चित किया जाना आवश्यक है। अब रेल प्रशाशन द्वारा रनिंग स्टाफ का शोषण और मनमानी को मजदूर यूनियन द्वारा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मजदूर यूनियन द्वारा मांगे पूरी होने तक आंदोलन जारी रखा जाएगा।
इसकी अपार सफलता को लेकर एन एफ रेलवे मजदूर यूनियन के जनरल सेक्रेटरी पियूष चक्रवर्ती ने सभी को धन्यवाद देते हुए कहा कि मजदूर यूनियन हमेशा रेलकर्मियों के सुखदुख में साथ खड़ा है और सरकार से रेलकर्मियों के हित में उक्त सभी मांगों को जल्द पूरा करवाने का आश्वाशन दिया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में गार्ड आर एन झा, के के कुंवर, बलदेव सिंह के साथ लोको पायलट राजेश कुमार, बी के साह, मनीष कुमार के अलावा मजदूर यूनियन।कार्यकर्ता धनंजय सिंह, अनिका कुमार , आनंद कुमार सिंह, संजय यादव, गणेश प्रसाद साह, दीपक सिंह, मनोज कुमार पासवान, राहुल कुमार आदि मुख्य रूप से मौजूद थे।