कटिहार के पत्रकारिता जगत के लिए आज का दिन गहरे शोक और संवेदना का रहा। शहर ने अपना एक ऐसा सपूत खो दिया, जिसकी कमी को शब्दों में बयां करना मुश्किल है। तेज-तर्रार, निडर और संवेदनशील पत्रकार (यूट्यूबर) सोनू पोद्दार अब हमारे बीच नहीं रहे। जैसे ही सुबह उनके निधन की खबर सामने आई, पूरे शहर में सन्नाटा छा गया।
सोनू पोद्दार सिर्फ एक पत्रकार नहीं, बल्कि जनता की आवाज़ थे। उन्होंने अपनी लेखनी से न सिर्फ ज़रूरी मुद्दों को उजागर किया, बल्कि सामाजिक न्याय की लड़ाई में भी अग्रणी भूमिका निभाई। उनकी रिपोर्टिंग में जुनून था, उनके सवालों में तीखापन और सच्चाई की लौ जलती थी। वे उन गिने-चुने पत्रकारों में थे जो सत्ता से सवाल करने का हौसला रखते थे।
उनके अचानक चले जाने से न सिर्फ पत्रकारिता जगत को, बल्कि पूरे समाज को गहरा आघात पहुंचा है। साथी पत्रकारों, राजनेताओं, समाजसेवियों और आम लोगों ने उनके आवास पर पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की और परिजनों को सांत्वना दी। हर आंख नम थी, और हर दिल दुखी।
कटिहार की गलियों ने जैसे मौन रहकर उन्हें अंतिम विदाई दी। सोनू पोद्दार भले ही अब इस दुनिया में न हों, लेकिन उनके साहस, ईमानदारी और मुस्कान की छवि सदैव जीवित रहेगी। पत्रकारिता के इस सच्चे सिपाही की कमी को कोई पूरा नहीं कर सकता। कटिहार ने आज अपना एक अनमोल रत्न खो दिया।