सेवा ही संकल्प’ की उस मिसाल की, जिसे पेश किया है समाजसेवी अनिल चमरिया ने।रेड क्रॉस सोसायटी के सहयोग से वनवासी कल्याण छात्रावास में रह रही 30 बेटियों के बीच कपड़े और खाद्य सामग्री का वितरण किया गया। यह सिर्फ सामान नहीं था, बल्कि उनके जीवन में कुछ पलों की खुशी का तोहफा था।इन मासूम चेहरों पर मुस्कान देख कर मन को आत्मिक शांति मिली — यही असली सेवा का भाव है।अनिल चमरिया ने इस अवसर पर सभी से अनुरोध किया कि —
समाज तभी बदलता है जब हम जरूरतमंदों के साथ अपनी खुशियाँ बाँटते हैं। आइए, समाज की दिशा में हम सब भी मिलकर छोटा-सा प्रयास करें।
















