क्षेत्रीय नियंत्रण और खुफिया जानकारी एकत्र करने की दिशा में प्रशासन ने एक बड़ा और असरदार अभियान सफलतापूर्वक पूरा किया है। यह विशेष अभियान 14 अप्रैल से 30 जून तक चला, जिसमें जमीनी निगरानी से लेकर सूचनात्मक नेटवर्किंग तक अहम कार्य किए गए। देखिए इस विशेष रिपोर्ट में पूरे अभियान की प्रमुख झलकियां
कैप्टन अमन अहलावत और उनकी टुकड़ी ने उत्तर दिनाजपुर और कटिहार जिलों में असाधारण नेतृत्व का परिचय दिया। उन्होंने संभावित सीमा-पार घटनाओं और बांग्लादेश में अस्थिर अंतरिम सरकार के कारण उत्पन्न अशांति की स्थिति में शांति एवं स्थिरता बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। साथ ही, पश्चिम बंगाल और बिहार में आगामी चुनावों के दौरान उत्पन्न होने वाली चुनौतियों का भी सफलतापूर्वक सामना किया।
कैप्टन अहलावत ने क्षेत्रीय नियंत्रण एवं खुफिया जानकारी एकत्र करने के कार्यों को अत्यंत प्रभावी ढंग से संपन्न किया, जिससे न केवल जनसांख्यिकीय समझ विकसित हुई । बल्कि अंतरराष्ट्रीय सीमा के समीप स्थितिजन्य जागरूकता भी बनी रही। उनके प्रयासों के परिणामस्वरूप क्षेत्र में सामान्य स्थिति की बहाली संभव हो सकी तथा सेना की निष्पक्षता में जनता का विश्वास और भी अधिक सुदृढ़ हुआ।
इसके अतिरिक्त, एसडीआरएफ के साथ उनके समन्वय ने कटिहार और उत्तर दिनाजपुर के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों को प्रभावशाली रूप से संचालित करने में मदद की। यह जानकारी उन्होंने प्रेस में दिया है।
















