एक पखवाड़ा के अंदर 17 पति पत्नी को मिलाया गया । पिछली शुक्रवार को 10 परिवार को बसाया गया था । इस शुक्रवार को 7 परिवारों को बसाया गया ।
आज पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में एक ऐसा मामला आया जिसमें लाख समझाने पर भी पत्नी पति के साथ रहने के लिए तैयार नहीं हुई । पत्नी का कहना था मेरा पति और ससुराल वाले दहेज के लिए मुझे बुरी तरह से प्रतारित किया करते हैं । मैं किसी भी कीमत पर पति के साथ नहीं रहूंगी वहीं पति अपनी और अपने परिवार पर लगाए गए आरोपों का खंडन किया और कहा वह अपनी पत्नी को रखने के लिए तैयार हू। जब पत्नी बार-बार ना ना करती है तब पति द्वारा कहा गया पंचायत में ढाई लाख रुपैया पत्नी की डिमांड पर उसे दे दिया जा चुका है ।वह रुपैया उसके दादा के पास जमा है । केंद्र में उपस्थित होकर उसके दादा ने बताया कि अभी भी वह रुपया मेरे पास जमा है जब चाहे तब मैं दे सकता हूं । उसके बाद थोड़ी देर के लिए लड़की के पिता और दादा बाहर गए बाहर से आने के बाद पिता द्वारा बताया गया कि मुझे ढाई लाख रुपया मुआवजा के तौर पर मिल चुका है । रुपया पाने की स्वीकृति लड़की के पिता ने बध पत्र पर लिख कर दिया । केंद्र द्वारा सुझाव दिया
गया कि यह केंद्र पति-पत्नी को मिलने का काम करता है । अगर आप लोग मिलना नहीं चाहते हैं न्यायालय जाकर संयुक्त रूप से तलाक ले ले ।
मामले को सुलझाने में केंद्र की संयोजिका सब महिला थाना अध्यक्ष सुधा कुमारी सदस्य दिलीप कुमार दीपक स्वाति वैश्य यंत्री रविंद्र शाह प्रमोद जायसवाल एवं नारायण कुमार गुप्ता ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की ।