गुरुवार को प्रखंड कार्यालय के प्रांगण में पंचायत समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता प्रखण्ड प्रमुख मोनिका देवी ने की। जबकि अवसर पर उप प्रमुख महेश प्रसाद मेहता, प्रखंड विकास पदाधिकारी श्याम कुमार,प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी राजेश कुमार मुख्य रूप से मौजूद थे।बैठक में लगातार सीडीपीओ की अनुपस्थित रहने और महिला पर्यवेक्षका के माध्यम से पंजी संधारण में प्रति केंद्र 2100 रूपए लेने का मामला पंचायत समिति की बैठक में छाया रहा। बैठक में मुसापुर पंचायत समिति सदस्य मोहम्मद नईम ने आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चों के विधि व्यवस्था में हो रही लगातार गिरावट का मामला उठाया, इतने में ही बैठक गर्म हो गया सभी पंचायत जनप्रतिनिधि एक स्वर में बाल विकास योजना पदाधिकारी के विरोध में खड़े हो गए। और इस मुद्दे पर हंगामा शुरू हो गया। सर्वसम्मति से प्रस्ताव लेकर बैठक में पारित करते हुए जिले के वरीय पदाधिकारी को पंचायत समिति के प्रस्ताव को भेज कर बाल विकास योजना पदाधिकारी पर करवाई करने की बात कही गई। इधर प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी पंचायत समिति की बैठक में जिले में व्यस्त कार्यक्रम का हवाला देकर बैठक में उपस्थित नहीं रहने के कारण जनप्रतिनिधियों ने एक स्वर में विरोध जताया और सर्वसम्मति सरकार द्वारा दी जा रही फ्री राशन पर प्रति किवंटल 45 रूपए की दर से डिलर के माध्यम से राशि वसूलने की बात पर जमकर विरोध जताया और बैठक में सर्वसम्मति से प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी के विरुद्ध प्रस्ताव लेकर पारित करते हुए जिला पदाधिकारी से विभागीय कार्रवाई करने की मांग की है। बैठक में मखदमपुर पंचायत के मुखिया द्वारा आरटीपीएस में जाति, आवासीय, निवास आदि प्रमाण पत्र बनाने के आवेदन पर पैसे दिया जाता है तो वह काम तुरंत हो जाता है।जिस आवेदन पर रूपए का नही दिया वो महीनों तक पेंडिंग रहता है। जिसमें पंचायत समिति की बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव लिया गया है। प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी द्वारा बैठक को बताया गया की प्रथम चरण के तहत सभी पंचायत में चार स्ट्रीट लाइट लगाई जा चुकी है द्वितीय चरण का लक्ष्य निर्धारित होने के बाद पंचायत में स्ट्रीट लाइट लगाया जाएगा। बैठक में स्वास्थ्य , प्रधानमंत्री आवास योजना, मनरेगा आदि योजना की समीक्षा की गई। मौके पर मुखिया प्रितम देवी, किशन देव रविदास, मोहम्मद काजिम, मो. नईम, अशोक गुप्ता, प्रेम महलदार आदि उपस्थित थे।
















