कटिहार जिला के हसनगंज प्रखंड के राजवाड़ा पंचायत स्थित अति प्राचीन मां बमकाली मंदिर मे अषाढ़ की अमावस्या को मां बमकाली सेवा समिति के सदस्यों द्वारा धूमधाम के साथ पूजा अर्चना किया गया। वहीं मंदिर कमिटी के संगठन मंत्री द्वारा महाप्रसाद का वितरण किया गया। बमकाली मंदिर से श्रद्धालुओं की काफी आस्था जुड़ी हुई है। मंदिर में प्रतिमा के स्थान पर पीपल के पेड़ को बमकाली माता का स्वरूप मान कर श्रद्धालु पूजा अर्चना करते आ रहे हैं। इसके साथ ही मंदिर में पूजा अर्चना के लिए कोई पुरोहित नही है। श्रद्धालु खुद से अपने विधि विधान द्वारा मां बमकाली की पूजा अर्चना करते हैं,जो मंदिर की एक खास पहचान है। मंदिर कमिटी के उपाध्यक्ष अशोक साह,सचिव पवन कुमार चौबे,संगठन मंत्री सुभाष राय,अनंत शयनम,विशाल राय,जयशंकर राय,विनय राय आदि ने बताया की मंदिर में प्रतिमा स्थापित नही है। पूर्वजों के जमाने से ही मंदिर के बीच स्थित पेड़ को माता का स्वरूप व निवास स्थल मानकर पूजा अर्चना की जाती आ रही है। पहले विशाल सीरिस का पेड़ था,लेकिन उसके सूखने के पूर्व ही अब उस स्थान पर पीपल का पेड़ है। वहीं प्रत्येक सप्ताह के मंगलवार व शनिवार को स्थानीय श्रद्धालु सहित दूर दराज के श्रद्धालुओं की काफी भीड़ उमड़ती है। साथ ही मां बमकाली सेवा समिति की ओर से वर्ष 2022 की दीपावली के बाद प्रत्येक माह की अमावस्या की रात्रि को धूमधाम के साथ पूजा अर्चना कर माता को खिचड़ी,खीर,हलवा–पूरी व मिठाई का भोग लगाने के उपरांत महाप्रसाद का वितरण किया जाता है,जिसमे काफी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित होते हैं।
















