भारत में शरण लेकर रह रही बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के प्रत्यर्पण को लेकर वहां की अंतरिम सराकर लगातार एक्शन में है। इसी को लेकर बांग्लादेश लगातार भारत से इस पर चर्चा कर रहा। बांग्लादेश के विदेश मामलों के सलाहकार तौहीद हुसैन ने बुधवार को कहा कि शेख हसीना का प्रत्यर्पण भारत के साथ कई मुद्दों में से एक है, जिसके साथ ही भारत के साथ संबंधों को और बेहतर बनाया जाएगा।
हसीना का प्रत्यर्पण एक बड़ा मुद्दा
तौहीद ने कहा कि बांग्लादेश आगे बढ़ने पर काम कर रहा है, लेकिन अमेरिका, भारत और चीन के साथ मजबूत द्विपक्षीय संबंध अंतरिम सरकार की प्राथमिकताएं हैं। एक सवाल का जवाब देते हुए हुसैन ने कहा कि हसीना का प्रत्यर्पण एक बड़ा मुद्दा है, लेकिन हमारे पास दूसरी चीजें भी हैं।
मंत्री ने आगे कहा कि हम हसीना के प्रत्यर्पण के साथ ही दूसरे मुद्दों पर काम करेंगे। हुसैन ने कहा कि दिल्ली से हसीना को वापस लाकर ही भारत के साथ संबंधों को बेहतर बनाने के प्रयास एक साथ चलेंगे।
हसीना के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट हो चुका जारी
77 वर्षीय शेख हसीना 5 अगस्त से भारत में रह रही हैं, जब वे छात्रों के नेतृत्व में बड़े पैमाने पर हुए विरोध प्रदर्शन के बाद देश छोड़कर भाग गई थीं, जिसने उनकी 16 साल की सरकार को गिरा दिया था।
दूसरी ओर बांग्लादेश स्थित अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (आईसीटी) ने हसीना और कई पूर्व कैबिनेट मंत्रियों, सलाहकारों और सैन्य और नागरिक अधिकारियों के खिलाफ “मानवता के खिलाफ अपराध और नरसंहार” के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी किए हैं।
बांग्लादेश सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार में विदेश मंत्री हुसैन ने कहा कि रोहिंग्या संकट पर चर्चा करने के साथ-साथ अमेरिका, भारत और चीन के साथ मजबूत द्विपक्षीय संबंध बनाए रखना 2025 में बांग्लादेश के लिए प्रमुख प्राथमिकताएं होंगी।
उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकताएं रोहिंग्या संकट को हल करना, उन तीन देशों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखना और स्थिरता सुनिश्चित करते हुए अपने आर्थिक और कूटनीतिक प्रयासों को आगे बढ़ाना है। अमेरिका, भारत और चीन के साथ संबंधों पर, हुसैन ने कहा कि इनमें से कोई भी देश प्राथमिकता सूची में सबसे नीचे नहीं है।
हुसैन ने कहा कि बांग्लादेश के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने में इन तीनोंं देशों के भी अपने हित हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस साल के अंत तक इन वैश्विक शक्तियों के साथ ढाका के संबंध और मजबूत होंगे।
















