भारत सरकार द्वारा जारी 100 से ऊपर के सभी भारतीय नोटों पर नेपाल ने प्रतिबंध हटा लिया है, जिसको लेकर सोमवार को नेपाल में मंत्रिपरिषद की बैठक मे इसको लेकर अपनी सहमति दे दी गयी है । बता दे की तीन दिसम्बर को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने नेपाल में 100 से बड़े नोटों को एक्सचेंज करने की अनुमति दी है। इसके बाद यह मुद्दा चल रहा था कि क्या अब नेपाल में नेपाल राष्ट्र बैंक से 200 एवं 500 के नोटों को बदला जा सकता है?
मंत्री परिषद से स्वीकृति के बाद नयी व्यवस्था लिए नेपाल राष्ट्र बैंक करेगा गजट प्रकाशित
नेपाल राष्ट्र बैंक के प्रवक्ता गुरुप्रसाद पौडेल ने पुष्टि करते हुए कहा की मंत्रिपरिषद से इसको लेकर स्वीकृति प्रदान की गयी है जिसको लेकर संचार मंत्री सह सरकार के प्रवक्ता ने स्पष्ट किया है सरकार के द्वारा लिया गया यह फैसला निश्चित तौर पर स्वागत योग्य है। इससे दोनों देशों के नागरिकों को सुविधा मिलेगी।
नोटबंदी से पहले थी 25,000 रुपये तक लाने व ले जाने की छूट
हालांकि इसके कार्यान्वयन के लिए अब नेपाल राष्ट्र बैंक के द्वारा गजट प्रकाशन कर निर्देशन जारी करेंगी । क्योंकि वर्तमान में नेपाल राष्ट्र बैंक के निर्देशन के कारण ही 100 से ऊपर के भारतीय मुद्रा को रखने व बदलने की सुविधा पर रोक लगाया गया था। प्रवक्ता पौडेल बताते हैं कि भारत में नोटबंदी से पूर्व भी यही नियम था भारतीय नागरिक नेपाल में 25 हजार रुपये तक भारतीय बड़े नोट नेपाल ला सकते थे एवं नेपाल से भारत ले कर जा सकते थे जो अब फिर से लागु हो जायेगा
भारत में नोटबंदी के बाद बदल गए हालात, बड़े नोटों के चलन पर लगी रोक
भारत में नोटबंदी के बाद हालात बिल्कुल बदल गए। मौजूदा समय में नेपाल में अब भी पुराने नोट नहीं बदले जा सके है!
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी का फैसला लेकर किया था सबको हैरान
उल्लेखनीय है कि 8 नवंबर 2016 को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी का फैसला लेकर सबको चौंका दिया था। इस फैसले के कारण 500 एवं 1000 के पुराने नोट चलन से बाहर हो गए और इसकी जगह 200, 500 एवं 2000 रुपये की नई करेंसी ने ले ली। हालांकि बाद में भारतीय रिजर्व बैंक ने 2000 रुपये के गुलाबी नोट भी बाजार से बाहर कर दिया और प्रचलन में सिर्फ 100, 200 व 500 के नोट ही रह गए।



