कर्नल एकेडमी में आज दिनांक 02.12.2025 को एन एफ रेलवे के महाप्रबंधक श्री अंजनी कुमार द्वारा बच्चों से संवाद कर उनका उत्साह वर्धन किया गया। श्री अंजनी कुमार नॉर्थ ईस्ट फ्रंटियर रेल में 1990 बैच के आई. आर. एस. इ. अधिकारी है। नॉर्थईस्ट फ्रंटियर रेलवे का यह निर्माण विभाग देश के प्रमुख निर्माण विभागों में से एक है। अपनी प्रशासनिक क्षमता, व्यावसायिक सत्यनिष्ठा और कार्यकुशलता के लिए श्री अंजनी कुमार भारतीय रेलवे में सम्मानित है। इस अवसर पर श्री अंजनी कुमार जी के साथ श्री मुरली मनोहर प्रसाद, मुख्य अभियंता निर्माण विभाग, कटिहार रेलवे, 1999 बैच के आई. आर. एस. इ. अधिकारी तथा श्री रितेश गुप्ता, मुख्य अभियंता निर्माण विभाग-II, 2006 बैच के आई. आर. एस. इ. अधिकारी भी उपस्थित थे। इस अवसर पर श्री अंजनी कुमार जी ने नैतिक मूल्यों पर जोड़ देते हुए बच्चों से कहा कि पढ़ाई के साथ साथ नैतिक मूल्य भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। छात्र जीवन में हमें सदैव इन बातों को ध्यान में रखकर आगे बढ़ना चाहिए ताकि एक अच्छे व्यक्तित्व मूल्य के साथ-साथ एक व्यवस्थित समाज का भी निर्माण किया जा सकें। उन्होंने बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद और अन्य गतिविधियों पर भी विशेष ध्यान देने के लिए कहा। बच्चों को मानसिक तथा शारीरिक दोनों रूपों से मजबूत होना आवश्यक है। अंततः उन्होंने बच्चों से कहा कि एक बड़ा इंसान बनने से पहले एक अच्छा इंसान बनना जरूरी है।
बच्चों से संवाद करने के पश्चात श्री अंजनी कुमार एवं अन्य अतिथियों ने पूरे विद्यालय परिसर का भ्रमण किया। विद्यालय के पुस्तकालय, म्यूजिक रूम, कंप्यूटर लैब, आर्ट रूम और साइंस लैब की सराहना की। भ्रमण के पश्चात सभी अतिथियों ने पुस्तकालय में बैठकर मनन चिंतन भी किया।
इस अवसर पर श्री अंजनी कुमार ने विद्यालय परिसर के बास्केटबॉल कोर्ट की तरफ़ आंवला का पौधा रोपण कर परिसर को हरितमय करने में योगदान दिया और कहा कि हरियाली संपूर्ण वातावरण को स्वच्छ और सुंदर बनाती है। अतः बच्चों में वृक्षारोपण के प्रति सजगता प्रदान करना चाहिए। वृक्ष व्यक्ति को सुंदर और स्वस्थ बनाने में योगदान देते है।
इस अवसर पर विद्यालय निदेशक श्री अरुण कुमार एवं प्रधानाचार्य श्री राजीव शाह भी उपस्थित थे।
कर्नल एकेडमी के प्रमुख कर्नल अक्षय ने कहा कि इस तरह के संवाद से बच्चों में उत्साह वर्धन के साथ साथ उन्हें आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है।
उपस्थित सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन करते हुए विद्यालय प्रधानाचार्य ने कहा कि नैतिक मूल्य जीवन का एक अभिन्न अंग है। इसलिए व्यक्ति को मूल्यों से समझौता नहीं करनी चाहिए।



