एक ओर सरकार ग्रामीण क्षेत्र को स्वच्छ रखने और सड़कों के कायाकल्प को लेकर कई योजनाएं चला रखी है। वहीं दूसरी ओर सड़क पर कई दिनों से जमा बरसात का पानी नासूर बन रहा है। सड़क किनारे रहने वाले लोग व आवाजाही करने वाले राहगीर इन गंदे पानी होकर आवाजाही करने पर विवश हैं। वही जमा इस गंदे पानी के वजह से मच्छरों के भी प्रकोप से लोग त्राहिमाम हैं। हसनगंज प्रखंड के रामपुर पंचायत के गाजिया गांव मे जल निकासी की व्यवस्था नहीं होने से सड़क पर बरसात का पानी जमा हो जाता है। इससे स्थानीय ग्रामीण सहित आवाजाही करने वाले राहगीरों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। रंजीत यादव, रूना देवी,सुलोचना देवी,नीरो देवी आदि ग्रामीणों ने बताया की जल निकासी की व्यवस्था नहीं होने से वर्षो से सड़क पर पानी जमा हो जाता है। घर के सामने करीब 15 दिनों तक जमा इस गंदे पानी के वजह से मच्छर का प्रकोप बढ़ गया है। वहीं घर से निकलते ही इस पानी होकर आना जाना नासूर बन गया है। खासकर बच्चों की स्वास्थ को लेकर काफी चिंता बनी रहती है। सड़क ऊंचा करने या नाला निर्माण को लेकर पंचायत के स्थानीय जनप्रतिनिधि को कई बार कहा गया,परंतु इस ओर किसी के द्वारा पहल नही किया जा रहा है।
इस संदर्भ मे पंचायत की मुखिया रानी देवी ने कहा की सड़क बनाने पर स्थानीय लोगों के विरोध के कारण सड़क नही बन पाया पंचायत में फंड आने पर इस समस्या को दूर कर दिया जाएगा।
चिकित्सा पदाधिकारी डॉ आयुष भारद्वाज ने बताया की जमा गंदा पानी के कारण से कई बीमारी उत्पन्न हो सकता है। खासकर डेंगू मच्छर गंदा पानी में ही पनपता है जो काफी खतरनाक है। बुखार,चिकन गुनिया आदि की बीमारी होने की संभावना बढ़ जाती है। साथ ही आसपास पीने का पानी है तो ऐसे पानी के श्रोस्त भी दूषित हो जाता है। इससे पेट संबंधित सहित अन्य बीमारी होने की संभावना रहती है।
















