जल्द सड़क मरम्मत होने के आश्वासन के बीच इस सातवें वर्ष भी लोग बारिश में कीचड़ भरे रास्तों से आवागमन करने पर विवश है। दो दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से हसनगंज प्रखंड से कोढ़ा प्रखंड को जोड़ने वाली सड़क की हालत बदतर हो गई है। राहगीर गिड़ते पड़ते कीचड़ भरे रास्तों से आवागमन कर हैं। गैस सिलेंडर के लिए हसनगंज जा रहे राहगीर राजा यादव,गौरव कुमार यादव सहित स्थानीय लोगों ने बताया की विकास के दावे को मुंह चिढ़ाता हुआ यह सड़क एक नमूना है। सात वर्षो से हसनगंज व कोढ़ा प्रखंड को जोड़ने वाली इस टूटी सड़क को मरम्मत नहीं किया गया है। इससे प्रत्येक वर्ष बरसात के मौसम में कीचड़ होकर या चचरी पुल होकर आवागमन करना मजबूरी हो गया है। लोगों का कहना है,की सड़क मरम्मत को लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधि से लेकर विधायक,सांसद तक को कहा गया लेकिन सभी ने जल्द मरम्मत होने का सिर्फ आश्वासन ही दिया परंतु सात वर्ष बीतने के बाद भी अभी तक सड़क मरम्मत करने की दिशा में पहल नही किया गया। जिस वजह से इस वर्ष भी कीचड़ होकर आवागमन करना लोगों की मजबूरी है।
बता दें की वर्ष 2017 की बाढ़ मे हसनगंज से कोढ़ा प्रखंड को जोड़ने वाली यह सड़क जगरनाथपुर पंचायत के एचपी गैस गोदाम के करीब ध्वस्त हो गई थी। और सड़क के बीचों बीच खाईनुमा कुंड बन गया था। तब से आज तक इन सात वर्षो से लोग सुखाड़ के मौसम में खेत होकर और बरसात के मौसम मे कीचड़ होकर आवागमन करने पर विवश हैं। वहीं चांपी भसना नदी के जलस्तर के बढ़ने पर स्थानीय लोगों द्वारा बनाए गए चचरी पुल होकर जान जोखिम डालकर आवागमन करते आ रहे हैं। या चार किलोमीटर की दूरी को तय करने के लिए 12 किलोमीटर की दूरी तय कर भसना होकर आना जाना पड़ता है।
















