पू. सी. रेलवे ने ट्रेन यात्रा को सुरक्षित और सकुशल बनाने के निरंतर प्रयास किए हैं। यह अपने अवसंरचना को अपग्रेड और बरकरार रखने के लिए उन्नत तकनीक उपायों को निरंतर लागू कर रहा है। दक्षता और संरक्षा को और बढ़ाने के लिए, पू. सी. रेलवे ने जोन के कई सेक्शनों में अपने मौजूदा सिग्नलिंग और अन्य संरक्षा उपकरण प्रणालियों में कई अपग्रेडेशन और प्रतिस्थापन कार्य किए हैं।
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कपिंजल किशोर शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि दिसंबर 2024 में, पू. सी. रेलवे ने रंगिया मंडल के अधीन 03 स्थानों पर क्लैंप टाइप लॉकिंग के साथ थिक वेब स्विच प्वाइंट मशीनें स्थापित की हैं। पू. सी रेलवे ने कटिहार में 10 प्वाइंट मशीन, अलीपुरद्वार में 02 और रंगिया मंडल में 01 मशीन को बदलकर बेपटरी को रोकने और सुरक्षित यात्री एवं माल परिवहन सुनिश्चित करने के लिए अवसंरचना में सुधार किया है। कटिहार, लामडिंग और तिनसुकिया मंडल के विभिन्न स्थानों पर पांच समपार फाटकों पर इलेक्ट्रिक लिफ्टिंग बैरियर्स को बदल दिया गया है ताकि समपार फाटकों पर सुरक्षा बढ़ाई जा सके। तिनसुकिया, लामडिंग और अलीपुरद्वार मंडल के विभिन्न स्टेशनों पर 4.642 कि.मी. नई सिग्नलिंग केबल बिछाई गई है। स्वचालित फायर डिटेक्शन और अलार्म सिस्टम को 03 स्टेशनों पर चालू किया गया है, जिनमें से एक रंगिया और अन्य दो लामडिंग मंडल में है, ताकि सुरक्षा उपायों के तहत रेल परिसंपत्तियों को किसी भी नुकसान से बचाया जा सके। पू. सी. रेलवे के 32 समपार फाटकों पर सिस्टम इंटेग्रिटी टेस्टिंग किया गया है। सभी पांच मंडलों में विभिन्न क्षमताओं की कुल 256 सिग्नलिंग बैटरियों को भी बदला गया है, जिससे संरक्षा उपकरणों की कार्य प्रणाली में सुधार हुआ है। आधुनिक संचार प्रणालियों का उपयोग ट्रेन की गतिविधियों को नियंत्रित करने के लिए किया जा रहा है, जिससे चालकों और संचालकों को विजुअल इंफोर्मेशन प्रदान की जा सके। रेलवे प्रणाली में अवसंरचनात्मक अपग्रेडेशन ट्रेनों के सुरक्षित परिचालन को सुनिश्चित करता है। स्थापित अवसंरचना की विश्वसनीयता एवं रखरखाव प्रत्यक्ष रूप से रेलवे परिचालन की क्षमता को प्रभावित करते हैं। पू. सी. रेलवे अपने सभी ग्राहकों के लिए एक बेहतर, समयनिष्ट और सुरक्षित रेलवे अनुभव सुनिश्चित करने के लिए समर्पित रूप से कार्यरत है।