पुलिस परिवार परामर्श केंद्र में आज 2 2 मामलों की सुनवाई की गई जिसमें से 8मामले निष्पादित किए गए पांच मामलों में पति-पत्नी को समझा बूझकर उनके घर बसा दिया गया । तीन मामले में जिद्दी पति-पत्नी को थाना अथवा न्यायालय जाने की सलाह दी गई ।
मामला को सुलझाने में केंद्र की संयोजिका सुधा कुमारी सदस्य अधिवक्ता दिलीप कुमार दीपक स्वाति वैश्य यंत्री जीनत रहमान रविंद्र शाह प्रमोद जायसवाल नारायण गुप्ता ने अहम भूमिका निभाई ,
थाना श्रीनगर सहारा बस्ती की रहने वाली एक पत्नी की शिकायत थी कि उसकी शादी के 20 साल हो गए उसे अपने पति एक लड़की और दो लड़का है बाबजुद इसके मेरे पति ने दूसरी शादी कर ली । पति कहा बार-बार पत्नी भाग कर मायके चली जाती है । जिसके कारण मेरा दिमाग खराब हो गया और मैं दूसरी शादी कर ली । 5 साल तक दूसरी पत्नी साथ रही उसके बाद उसकी मृत्यु हो गई । पत्नी ने आरोप लगाया उसके बाद वह चार बच्चे की मां से शादी कर लिया है । पति ने इससे साफ इनकार किया और कहा कि चार बच्चों की मां को छोड़करउसका पति पंजाब चला गया । इसलिए वह मेरे यहां सरन ली हुई है । इसी बात को लेकर पत्नी के साथ बराबर झगड़ा झंझट होता रहता है। पति कहां अब मैं उसे अपने घर से बाहर कर दिया हू । पत्नी इस बात को स्वीकार करती है तथा कंहती है अब मुझे अपने पति से कोई शिकायत नहीं है । दोनों ने केंद्र को विश्वास दिलाया कि भविष्य में कभी भी कोई शिकायत का मौका नहीं दूंगा ।
के नगर सबूतर बस्तीके रहने वाली एक पत्नी ने अपने पति पर आरोप लगाया वह एक माह की बच्ची का भी भरण पोषण नहीं करता है पति करता है की पत्नी कुछ कुछ बोल करके घर में आग लगाती रहती है साथ ही हमेशा मोबाइल पर बात किया करती है समझा बूझकर मैं थक गया हूं लेकिन कुछ भी नहीं सुनती है
केंद्र के समझाने बुझाने पर दोनों का परिवार बच गया दोनों में भविष्य में कोई शिकायत का मौका नहीं देने की बात कही
















