लोक आस्था के महापर्व छठ को लेकर कटिहार रेल क्षेत्र पूरी तरह भक्ति और उत्साह के रंग में रंगा हुआ है। रेलवे कॉलोनियों में श्रद्धा और समर्पण का ऐसा सुंदर संगम देखने को मिल रहा है, मानो पूरा क्षेत्र आस्था की गूंज से जीवंत हो उठा हो।
रेलवे इमरजेंसी कॉलोनी, ओटी पारा, साहेब पारा, तेजा टोला, बघुवा बारी सहित कई स्थानों पर रेलकर्मियों ने अपने सामूहिक प्रयास से आकर्षक कृत्रिम घाट तैयार किए हैं, जो अब श्रद्धालुओं के आकर्षण का केंद्र बन गए हैं।
जिसमे रंगीन लाइटों, फूलों और केले के पेड़ आदि पारंपरिक सजावट से सजे इन घाटों पर सोमवार की संध्या में आरती गाइड सहित कई छठव्रतियों ने सूर्य देव को पहला अर्घ्य (संध्या अर्घ्य) अर्पित किया। घाटों पर “कांच ही बांस के बहंगिया…” जैसे पारंपरिक गीतों की मधुर धुनों के बीच वातावरण भक्तिमय बना रहा।
रेलवे परिवार की महिलाओं ने भी घाट की सफाई, सजावट और पूजन आदि व्यवस्था में बढ़-चढ़कर भाग लिया। चारों ओर श्रद्धा, आस्था और उत्सव का माहौल रहा।
रेलकर्मी जे पी गाइड सहित कई रेलकर्मियों ने बताया कि ड्यूटी की व्यस्तता के बावजूद वे इस पर्व को पूरे हर्षोल्लास और भक्ति भाव से मना रहे हैं। जिसमे छठव्रतियों के लिए जल, सुरक्षा और प्रकाश की पर्याप्त व्यवस्था की गई है।
वही अब मंगलवार की प्रातः कालीन बेला में उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देकर व्रतियों द्वारा पूजा-अर्चना के साथ महापर्व का समापन किया जाएगा।
















