कटिहार जिला में मंगलवार को दोपहर सदर अस्पताल कटिहार के प्रांगण में बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के बैनर तले सैकड़ो की संख्या में मौजूद आशा कार्यकर्ता एवं स्वास्थ्य कर्मियों ने अपने लंबित मांगों के समर्थन में सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की। नारेबाजी मे शामिल आशा कार्यकर्ताओ ने कहा कि हम लोगों को 24 घंटे काम करना पड़ता है । जिसके एवज में एक दैनिक मजदूर की मजदूरी से भी कम रुपए हम लोगों को मिलता है। जो कहीं से भी न्याय संगत नहीं है, हम लोगों को सरकार राज्य कर्मी का दर्जा दे और कम से कम 26000 रुपए प्रति माह मानदेय दे । मौके पर संघ के जिला संयोजक सह प्रमंडलीय मंत्री सुभाष चंद्र महतो ने सिविल सर्जन को 10 सूत्री मांगों का एक मांग पत्र सौंपा । उन्होंने कहा कि हम लोगों ने स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव के नाम 10सूत्री मांगों का एक मांगपत्र सीएस को सौंपा है। दिए गए मांग पत्र में उन लोगों ने लिखा है कि गत वर्ष एनएचएम कर्मियों के कार्य बहिष्कार अवधि 22 जुलाई 2024 से 3 सितंबर 2024 का वेतन सहित उपार्जित अवकाश में समायोजन किया जाए, पूर्व से जिन संवर्गो का जिला स्तरीय संवर्ग था उनका राज्य स्तरीय संवर्ग में किया गया परिवर्तन को वापस किया जाए, राज्य संवर्ग कर्मियों को सामान प्रशासन विभाग के पत्रांक 19300 दिनांक 13 /10/ 2023 के आलोक में तदर्थ प्रोन्नति का लाभ दिया जाए, जीएनएम ,एएनएम, स्टाफ नर्स के लिए एम0ए0सी0पी0 एवं सेवान्त लाभ देने से पूर्व विभाग से स्वच्छता प्रमाण पत्र प्राप्त करने की अनिवार्यता को समाप्त किया जाए ,जीएनएम को ए0सी0पी /एम0ए0सी0पी0 का लाभ विभाग स्तर से अनुमान्य करने के आदेश को रद्द किया जाए, जीएनएम,लैब टेक्नीशियन, एक्स-रे टेक्नीशियन, फार्मासिस्ट ,ओ0टी0 असिस्टेंट सहित अन्य राज्य स्तरीय संवर्गों की सेवा संपुष्टि हेतु जिला स्तर पर सिविल सर्जन को प्राधिकृत किया जाए, स्वास्थ्य विभाग में उर्मिला सहित अन्य आउटसोर्स कर्मचारियो को आउटसोर्स एजेंसी द्वारा असम्मानजनक वेतन भुगतान की कार्यवाई तथा श्रम विभाग के गाइडलाइन के अनुरूप कार्य नहीं लेने की जांच कर उचित कार्यवाई की जाए साथ ही इन कर्मियों को उपादान भुगतान अधिनियम 1972 के अंतर्गत निहित लाभ प्रदान करने सहित अन्य कई मांगों को लिखा है। प्रदर्शन में मुख्य रूप से शैलेंद्र पांडे, राजेश सिंह, महिला नेत्री निसरत परवीन ,भगवान झा, मिथिलेश कुमार ,नीलांचल कुमार सिंह, बेबी कुमारी, कुमकुम कुमारी, सुनीता कुमारी सहित सैकड़ो की संख्या में आशा कार्यकर्ता व स्वास्थ्य कर्मी मौजूद रहे।